क्रिप्टोकरेंसी अपनाने में भारत अग्रणी
भारत ने लगातार दूसरे वर्ष वैश्विक क्रिप्टोकरेंसी अपनाने के सूचकांक में शीर्ष स्थान प्राप्त किया है। ब्लॉकचेन विश्लेषण कंपनी चेनालिसिस की 2024 की रिपोर्ट के अनुसार, भारत ने क्रिप्टोकरेंसी के उपयोग में अग्रणी भूमिका निभाई है, जिसमें केंद्रीकृत और विकेंद्रीकृत वित्तीय संपत्तियों दोनों का व्यापक उपयोग शामिल है।
प्रमुख बिंदु:
- विस्तृत उपयोग: भारत में क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग केवल निवेश तक सीमित नहीं है; इसे भुगतान, लेन-देन, और अन्य वित्तीय गतिविधियों में भी अपनाया जा रहा है। चेनालिसिस की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग व्यापक स्तर पर हो रहा है, जो इसके बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है।
- नियमों के बावजूद वृद्धि: भारत में क्रिप्टोकरेंसी पर कड़े नियम और उच्च कर दरें लागू हैं, फिर भी इसका उपयोग बढ़ रहा है। यह दर्शाता है कि उपयोगकर्ता क्रिप्टोकरेंसी के लाभों को पहचान रहे हैं और इसे अपनाने के लिए तैयार हैं।
- क्षेत्रीय नेतृत्व: दक्षिण एशिया और दक्षिण-पूर्व एशिया के अन्य देशों, जैसे इंडोनेशिया, वियतनाम, और फिलीपींस, ने भी क्रिप्टोकरेंसी अपनाने में महत्वपूर्ण प्रगति की है। चेनालिसिस की रिपोर्ट के अनुसार, शीर्ष 20 देशों में से सात इस क्षेत्र से हैं, जो क्रिप्टोकरेंसी के क्षेत्रीय प्रसार को दर्शाता है।
चुनौतियाँ और अवसर:
भारत में क्रिप्टोकरेंसी अपनाने की वृद्धि के बावजूद, नियामक अनिश्चितता और कराधान नीतियाँ चुनौतियाँ प्रस्तुत करती हैं। हालांकि, क्रिप्टोकरेंसी के बढ़ते उपयोग से वित्तीय समावेशन, नवाचार, और आर्थिक विकास के नए अवसर उत्पन्न हो सकते हैं।
इस संदर्भ में, नीति निर्माताओं और उद्योग हितधारकों के बीच सहयोग आवश्यक है, ताकि क्रिप्टोकरेंसी के लाभों का अधिकतम उपयोग किया जा सके और संबंधित जोखिमों को कम किया जा सके।