अमेरिका ने यमन के हूती विद्रोहियों पर हवाई हमले किए
अमेरिका ने यमन में हूती विद्रोहियों के खिलाफ हाल ही में हवाई हमले किए हैं। यह कार्रवाई तब हुई है जब हूती विद्रोहियों द्वारा सऊदी अरब पर किए गए हमलों में वृद्धि हुई थी। अमेरिकी प्रशासन का कहना है कि ये हवाई हमले हुसियों की सैन्य क्षमताओं को कमजोर करने और सऊदी अरब की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से किए गए हैं।
कार्रवाई का कारण
हाल के दिनों में हूती विद्रोहियों ने सऊदी अरब के खिलाफ कई मिसाइल और ड्रोन हमले किए हैं, जिससे क्षेत्र में तनाव बढ़ गया है। अमेरिका का मानना है कि इन हमलों से न केवल सऊदी अरब, बल्कि यमन में भी स्थिति और खराब हो सकती है। ऐसे में अमेरिकी प्रशासन ने फैसला किया कि समय आ गया है कि हूती विद्रोहियों को एक स्पष्ट संदेश भेजा जाए।
हवाई हमलों का विवरण
हवाई हमले यमन के विभिन्न ठिकानों पर किए गए हैं, जहां हूती विद्रोहियों की सैन्य गतिविधियां चल रही थीं। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने इन हमलों को सफल बताते हुए कहा है कि इस कार्रवाई से विद्रोहियों की सैन्य शक्ति में कमी आएगी। हालांकि, इस हमले के परिणामस्वरूप नागरिकों के हताहत होने की भी आशंका है, जिस पर अमेरिकी प्रशासन ने चिंता व्यक्त की है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
इस हवाई हमले की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिश्रित प्रतिक्रियाएं आई हैं। कुछ देशों ने अमेरिका के इस कदम का समर्थन किया है, जबकि अन्य ने चिंता जताई है कि यह स्थिति को और बिगाड़ सकता है। यमन में चल रहा युद्ध पहले से ही मानवतापूर्ण संकट का कारण बन चुका है, और ऐसे में किसी भी प्रकार की सैन्य कार्रवाई का प्रभाव गंभीर हो सकता है।