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जौनपुर – ’विश्व मधुमेह दिवस’’ के अवसर पर निकली जनजागरूकता रैली


रैली में छात्र/छात्राओं द्वारा प्रतिभाग किया गया। उक्त कार्यक्रम के अन्तर्गत एक गोष्ठी का आयोजन कार्यालय मुख्य चिकित्सा अधिकारी सभागार कक्ष में आयोजित किया गया।

नोडल अधिकारी एन0सी0डी0 डा0 राजीव कुमार द्वारा बताया गया कि पिछले कुछ सालों में डायबिटीज के मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में शहरी इलाकों में डायबिटीज के मरीज तेजी से बढ़ रहे है।

जिसकी मुख्य वजह बदलती लाइफस्टाइल खान-पान और शारीरिक व्यायाम में कमी है। डा0 के0के0 पाण्डेय द्वारा बताया गया कि डायबिटीज के कारण नसों, दिल और आंखों पर असर तो पड़ता ही है इसके साथ ही हड्डीयों से जुडी समस्यों जैसे-ऑस्टियोपोरोसिस और फ्रैक्टर का खतरा बढ़ जाता है।

हालांकि शुगर एक बहुत पुरानी बिमारी है, जिसे अपने खान-पान और लाइफस्टाइल के बदलाव से कंट्रोल में रखा जा सकता है। मधुमेह के लक्षण अत्यधिक प्यास लगना, अपरिहार्य वजन में कमी, बढ़ी हुई भूख, थकान महसूस करना, घावों का धीमा भरना इत्यादि लक्षण है।

डायबिटीज से बचाव के लिये स्वस्थ्य आहार, नियमित व्यायाम, दवा का पालन, नियमित जॉच, तनाव कम करे, पर्याप्त नींद, पर्याप्त पानी पीये, रक्तचाप नियंत्रण रखने की सलाह दिये गये।

उक्त प्रशिक्षण में एन0सी0डी0 सेल से जयप्रकाश गुप्ता, धीरज यादव एवं कुलदीप श्रीवास्तव आदि द्वारा प्रतिभाग किया गया।  इस अवसर पर नोडल अधिकारी एन0सी0डी0 डा0 राजीव कुमार, जिला मलेरिया अधिकारी सुनील कुमार यादव एवं एन0सी0डी0 क्लीनिक अमर शहीद उमानाथ सिंह, जिला चिकित्सालय जौनपुर के मेडिकल ऑफिसर डा0 के0के0 पाण्डेय द्वारा प्रतिभाग किया गया।