डेड बॉल रूल: क्रिकेट का एक महत्वपूर्ण नियम
डेड बॉल का नियम क्रिकेट में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसे तब लागू किया जाता है जब गेंद खेल में सक्रिय नहीं होती है, यानी जब बल्लेबाज या गेंदबाज के लिए कोई भी खेल गतिविधि नहीं हो रही होती है। इस स्थिति में, गेंद को डेड माना जाता है और खेल रुक जाता है।
डेड बॉल कब होता है?
- गेंद फेंके जाने से पहले: यदि गेंदबाज गेंद को फेंकने से पहले गेंद को छोड़ देता है या फेंकने में कोई समस्या होती है।
- खेल के दौरान: अगर बल्लेबाज के आउट होने या किसी अन्य कारण से खेल में कोई रुकावट आती है, जैसे कि खिलाड़ी का चोटिल होना या गेंद का फेंकना न होना।
- गेंद की स्थिति: यदि गेंद फील्डर के द्वारा पकड़ी जाती है और फिर उसे फेंकने के दौरान किसी कारणवश खेल में रुकावट आती है।
भारत-न्यूजीलैंड T20 वर्ल्ड कप मैच में बखेड़ा
हाल ही में भारत और न्यूजीलैंड के बीच हुए T20 वर्ल्ड कप मैच में डेड बॉल का मामला चर्चा का विषय बना। मैच के दौरान एक स्थिति में अंपायर ने डेड बॉल घोषित किया, जिससे खेल में कुछ समय के लिए रुकावट आई। इस निर्णय ने खेल में एक नया मोड़ दिया और दर्शकों के बीच बहस का विषय बन गया।
खिलाड़ियों और प्रशंसकों की प्रतिक्रिया
- खिलाड़ी: कुछ खिलाड़ियों ने इसे सही ठहराया, जबकि अन्य ने अंपायर के निर्णय पर सवाल उठाए।
- प्रशंसक: प्रशंसकों ने सोशल मीडिया पर अपने विचार व्यक्त किए, जिसमें कुछ ने अंपायर के फैसले को समझा, जबकि अन्य ने इसे विवादास्पद बताया।