हमास और हिज्बुल्ला बस शुरुआत, इजरायल के निशाने पर ‘ऑक्टोपस’: 7 मोर्चे पर लड़ रहा यहूदी देश, एक्सपर्ट से समझें
इजरायल ने हाल के समय में अपनी सुरक्षा नीति को लेकर एक नई रणनीति अपनाई है, जिसमें वह एक साथ कई मोर्चों पर खतरे का सामना कर रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि इजरायल का वर्तमान संघर्ष सिर्फ हमास और हिज्बुल्ला तक सीमित नहीं है, बल्कि इसे ‘ऑक्टोपस’ के रूप में वर्णित किया जा सकता है, जिसका एक विस्तृत नेटवर्क और कई प्रभावशाली शाखाएं हैं। इस रिपोर्ट में हम जानेंगे कि इजरायल किन सात मोर्चों पर जंग कर रहा है और इसका प्रभाव क्या हो सकता है।
1. गाजा (हमास)
गाजा में हमास का लगातार बढ़ता प्रभाव इजरायल के लिए एक महत्वपूर्ण खतरा बना हुआ है। इजरायल ने पहले ही कई सैन्य अभियानों के माध्यम से हमास के ढांचे को कमजोर करने का प्रयास किया है, लेकिन संघर्ष अभी भी जारी है।
2. लेबनान (हिज्बुल्ला)
हिज्बुल्ला, जो लेबनान में स्थित है, इजरायल के लिए एक और गंभीर चुनौती है। विशेषज्ञों के अनुसार, हिज्बुल्ला का सैन्य ढांचा मजबूत है और यह इजरायल के उत्तर में किसी भी संभावित हमले के लिए तैयार है।
3. सीरिया
सीरिया में इजरायल की गतिविधियां भी बढ़ रही हैं। इजरायल का मानना है कि सीरिया में ईरान के प्रभाव को नियंत्रित करना आवश्यक है, क्योंकि यह इजरायल की सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा है।
4. ईरान
ईरान इजरायल के खिलाफ विभिन्न गुटों को समर्थन प्रदान करता है, जैसे हिज्बुल्ला और हमास। ईरान के परमाणु कार्यक्रम और उसके क्षेत्रीय प्रभाव को लेकर इजरायल चिंतित है।
5. फिलिस्तीनी क्षेत्र
पश्चिमी तट और गाजा में फिलिस्तीनी संगठनों का उभार भी इजरायल के लिए एक महत्वपूर्ण खतरा है। इजरायल ने इन क्षेत्रों में सुरक्षा उपायों को सख्त किया है, लेकिन संघर्ष का समाधान अभी भी अनसुलझा है।
6. साइबर सुरक्षा
इजरायल ने साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में भी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। कई हमले और सुरक्षा उल्लंघनों ने इस क्षेत्र में सुरक्षा को गंभीरता से प्रभावित किया है।
7. अंतरराष्ट्रीय संबंध
इजरायल के पास कई देशों के साथ जटिल अंतरराष्ट्रीय संबंध हैं। इन संबंधों का प्रभाव भी सुरक्षा नीति पर पड़ता है, खासकर अमेरिका, यूरोप और अरब देशों के साथ।