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बिहार: बीपीएससी पेपर लीक कांड की जांच तेज, परीक्षाओं की विश्वसनीयता पर सवाल


बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की हालिया परीक्षा में पेपर लीक की घटना ने राज्य में हलचल मचा दी है। इस घटना के बाद परीक्षार्थियों में गुस्सा और आक्रोश देखने को मिल रहा है। सरकार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्चस्तरीय जांच समिति गठित कर दी है।


घटना का पूरा विवरण

बीपीएससी की संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा का आयोजन पिछले रविवार को हुआ था। परीक्षा के कुछ घंटों बाद ही सोशल मीडिया पर प्रश्नपत्र वायरल हो गया, जिससे पेपर लीक की आशंका बढ़ गई। कई उम्मीदवारों ने दावा किया कि परीक्षा से पहले ही प्रश्नपत्र और उत्तर कुंजी कुछ व्हाट्सएप ग्रुप पर उपलब्ध हो गए थे।


परीक्षार्थियों का आक्रोश

पेपर लीक की खबर सामने आते ही परीक्षार्थियों में भारी नाराजगी फैल गई। कई युवा संगठनों ने इस मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। पटना, गया और भागलपुर में छात्रों ने प्रदर्शन कर आयोग के खिलाफ नारेबाजी की।

एक परीक्षार्थी ने कहा:

“हम सालों मेहनत करते हैं और ऐसे घोटालों से हमारी मेहनत पर पानी फिर जाता है। सरकार को इस पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।”


सरकार की कार्रवाई

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घटना को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों को तत्काल जांच के निर्देश दिए हैं। पुलिस की विशेष टीम (SIT) ने कुछ संदिग्ध व्यक्तियों को हिरासत में लिया है और मामले की कड़ियां जोड़ी जा रही हैं।

बीपीएससी अध्यक्ष ने बयान जारी कर कहा:

“घटना की उच्चस्तरीय जांच जारी है। दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा और यदि पेपर लीक साबित होता है तो परीक्षा रद्द कर दी जाएगी।”


पूर्व में भी हो चुके हैं ऐसे मामले

बिहार में परीक्षा घोटाले नई बात नहीं हैं। इससे पहले भी राज्य में कई बार प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक होने के मामले सामने आ चुके हैं। बार-बार होने वाली इन घटनाओं ने न केवल शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि युवाओं के भविष्य को भी खतरे में डाल दिया है।


जांच की प्रगति

  • संदिग्ध व्हाट्सएप ग्रुप और सोशल मीडिया अकाउंट की जांच जारी है।
  • साइबर क्राइम टीम इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों को खंगाल रही है।
  • कुछ कोचिंग सेंटरों और मुद्रणालयों पर भी छापेमारी की जा रही है।

परीक्षार्थियों की मांग

छात्र संगठनों ने मांग की है कि:

  1. दोषियों के खिलाफ कड़ी सजा दी जाए।
  2. आयोग की परीक्षाओं में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की जाए।
  3. लीक के कारण परीक्षा रद्द कर दोबारा परीक्षा कराई जाए।

विशेषज्ञों की राय

शिक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि बिहार में परीक्षा लीक की घटनाएं राज्य की शिक्षा प्रणाली में गहरी खामी की ओर इशारा करती हैं। पेपर लीक की रोकथाम के लिए तकनीकी सुधारों और सख्त निगरानी की जरूरत है।


निष्कर्ष

बीपीएससी पेपर लीक मामला न केवल परीक्षार्थियों के लिए चिंता का विषय है, बल्कि यह राज्य की शिक्षा व्यवस्था पर भी सवालिया निशान लगाता है। सरकार और आयोग को जल्द से जल्द निष्पक्ष जांच पूरी कर दोषियों को सजा देनी होगी ताकि छात्रों का विश्वास बहाल किया जा सके।

प्रमुख बिंदु:

  • बीपीएससी परीक्षा का पेपर लीक
  • सरकार ने जांच के लिए SIT टीम गठित की।
  • छात्रों में नाराजगी, प्रदर्शन जारी।
  • दोषियों पर सख्त कार्रवाई और परीक्षा दोबारा कराने की मांग।