प्रधानमंत्री मोदी की कुवैत यात्रा: द्विपक्षीय संबंधों को नई ऊंचाई पर ले जाने की पहल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी कुवैत यात्रा के दौरान द्विपक्षीय वार्ता के जरिए भारत-कुवैत संबंधों को और प्रगाढ़ करने की दिशा में कई अहम समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इस दो दिवसीय यात्रा का मुख्य उद्देश्य आर्थिक सहयोग बढ़ाना, ऊर्जा क्षेत्र में साझेदारी को मजबूती देना और प्रवासी भारतीयों के हितों की रक्षा सुनिश्चित करना था।
ऊर्जा और व्यापार पर विशेष जोर
भारत और कुवैत ने ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग को नई दिशा देने के लिए कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए। कुवैत, जो भारत के लिए एक महत्वपूर्ण ऊर्जा आपूर्तिकर्ता है, ने अपने पेट्रोलियम और गैस निर्यात को भारत के साथ और अधिक बढ़ाने की प्रतिबद्धता जताई। साथ ही, व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने के लिए दोनों देशों ने निवेश के नए अवसरों पर चर्चा की।
प्रवासी भारतीयों के हितों पर विशेष ध्यान
कुवैत में लाखों भारतीय प्रवासी काम करते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी यात्रा के दौरान कुवैत के अधिकारियों के साथ भारतीय प्रवासियों के हितों की रक्षा के लिए कई मुद्दों पर चर्चा की। भारत सरकार ने कुवैती प्रशासन से भारतीयों के लिए रोजगार के अधिक अवसर सृजित करने और उनके अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की।
सांस्कृतिक संबंधों को नई पहचान
इस यात्रा में सांस्कृतिक आदान-प्रदान पर भी चर्चा की गई। दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक कार्यक्रमों और आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए समझौते किए गए। प्रधानमंत्री ने कुवैत के लोगों को भारतीय संस्कृति और परंपराओं को करीब से जानने का निमंत्रण दिया।
प्रधानमंत्री मोदी का संदेश
कुवैत के नेताओं के साथ मुलाकात के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “भारत और कुवैत के संबंध ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से बेहद मजबूत हैं। हमारी साझेदारी न केवल ऊर्जा के क्षेत्र में बल्कि व्यापार, शिक्षा, स्वास्थ्य और सांस्कृतिक आदान-प्रदान में भी आगे बढ़ रही है। यह यात्रा दोनों देशों के संबंधों को और मजबूत करेगी।”
उम्मीदें और भविष्य की योजनाएं
प्रधानमंत्री की इस यात्रा के बाद दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश में नए अवसरों की उम्मीद जताई जा रही है। दोनों देशों के अधिकारियों ने भविष्य में विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की योजना बनाई है।
यह यात्रा दोनों देशों के लिए एक नई शुरुआत की तरह मानी जा रही है, जो आने वाले समय में भारत-कुवैत संबंधों को और मजबूती देगी।