दिल्ली में कड़ाके की ठंड से जनजीवन प्रभावित, घना कोहरा बना परेशानी का कारण
दिल्ली और एनसीआर में इस समय कड़ाके की ठंड ने लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। घने कोहरे और शीतलहर की वजह से सड़कों पर दृश्यता काफी कम हो गई है, जिससे यातायात पर भी असर पड़ रहा है। सर्द हवाओं के कारण तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है, जिससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कई उड़ानें और ट्रेनें भी इस मौसम की मार झेल रही हैं, जिससे यात्रियों को परेशानी हो रही है।
कोहरा बना बड़ी समस्या, दृश्यता हुई बेहद कम
दिल्ली और आसपास के इलाकों में पिछले कुछ दिनों से लगातार घना कोहरा छाया हुआ है। मौसम विभाग के मुताबिक, राजधानी में दृश्यता का स्तर कई इलाकों में 50 मीटर से भी नीचे चला गया है। सुबह और देर रात को कोहरे की वजह से सड़क यातायात बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। वाहन चालकों को हेडलाइट जलाकर गाड़ियां चलानी पड़ रही हैं। कोहरे के चलते दुर्घटनाओं का खतरा भी बढ़ गया है।
रेल और हवाई यातायात पर भी असर
कोहरे की वजह से ट्रेन और फ्लाइट संचालन भी प्रभावित हो रहा है। कई ट्रेनें अपने निर्धारित समय से घंटों की देरी से चल रही हैं। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, घने कोहरे के कारण उत्तर भारत की करीब 51 ट्रेनें देरी से चल रही हैं। वहीं, इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कई उड़ानें या तो रद्द कर दी गई हैं या फिर उनके समय में बदलाव किया गया है। यात्रियों को लगातार अपडेट लेने की सलाह दी जा रही है ताकि उन्हें यात्रा के दौरान दिक्कतों का सामना न करना पड़े।
मौसम विभाग की चेतावनी: शीतलहर का प्रकोप जारी रहेगा
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक ठंड और कोहरा दोनों ही अपना असर दिखाएंगे। विभाग ने चेतावनी दी है कि आने वाले हफ्ते में भी शीतलहर का प्रकोप जारी रह सकता है। न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस तक गिरने की संभावना है। सुबह और रात के समय तापमान में भारी गिरावट देखी जा रही है।
IMD के अधिकारियों का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ के चलते उत्तर भारत में ठंड बढ़ी है। इस वजह से कोहरे की स्थिति और खराब हो रही है। अगले कुछ दिनों तक लोगों को इसी तरह के मौसम का सामना करना पड़ेगा।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सलाह: खुद को ठंड से बचाएं
इस बढ़ती ठंड और कोहरे के बीच स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। खासकर बुजुर्गों, बच्चों और बीमार लोगों को ठंड से बचाव के लिए जरूरी एहतियात बरतने की अपील की गई है।
विशेषज्ञों की सुझाव:
- गर्म कपड़े पहनें और शरीर को पूरी तरह से ढकें।
- घर से बाहर निकलते समय चेहरे और सिर को ढकने के लिए स्कार्फ या टोपी का इस्तेमाल करें।
- ज्यादा से ज्यादा गर्म पेय पदार्थों का सेवन करें।
- ठंड के कारण सांस लेने में दिक्कत महसूस करने वालों को डॉक्टर से तुरंत संपर्क करना चाहिए।
सरकारी कदम: रैन बसेरों में व्यवस्था मजबूत की गई
दिल्ली सरकार ने ठंड से बेघर लोगों को बचाने के लिए रैन बसेरों में व्यवस्था मजबूत की है। सरकार की ओर से बेघरों को कंबल और गर्म भोजन की सुविधा मुहैया कराई जा रही है। रैन बसेरों में लोगों को ठंड से बचाने के लिए हीटर और गर्म पानी की व्यवस्था भी की गई है।
दिल्ली नगर निगम (MCD) की ओर से भी शहर के विभिन्न इलाकों में रैन बसेरों की संख्या बढ़ाई गई है। इसके अलावा, सरकार की टीम बेघरों को रैन बसेरों तक पहुंचाने का काम कर रही है।
स्कूलों में शीतकालीन अवकाश बढ़ाने की मांग
दिल्ली की कड़ाके की ठंड को देखते हुए अभिभावक संघों ने सरकार से स्कूलों में शीतकालीन अवकाश बढ़ाने की मांग की है। अभिभावकों का कहना है कि इतनी कड़ाके की ठंड में बच्चों का स्कूल जाना खतरनाक हो सकता है। कई निजी स्कूलों ने भी अपने यहां ऑनलाइन क्लासेस शुरू कर दी हैं ताकि बच्चों को ठंड से बचाया जा सके।
यात्री क्या करें?
- यात्रा करने से पहले अपनी ट्रेन या फ्लाइट की स्थिति की जांच करें।
- कोहरे के कारण सड़क पर सावधानी से गाड़ी चलाएं।
- अनावश्यक यात्रा करने से बचें।
निष्कर्ष
दिल्ली और आसपास के इलाकों में ठंड और कोहरे की वजह से जनजीवन पर व्यापक असर पड़ा है। सरकार और प्रशासन द्वारा बचाव के कदम उठाए जा रहे हैं, लेकिन आम लोगों को भी सतर्क रहना होगा। घना कोहरा और शीतलहर फिलहाल कुछ और दिनों तक परेशानी का सबब बने रह सकते हैं। ऐसे में स्वास्थ्य का ध्यान रखना और सावधानी बरतना बेहद जरूरी है।