International

इजरायली सेना की गाजा में कार्रवाई: 100 से अधिक स्थानों पर हमले, तनाव चरम पर


इजरायली सेना ने गाजा पट्टी में बड़े पैमाने पर सैन्य कार्रवाई करते हुए 100 से अधिक स्थानों पर हवाई हमले किए हैं। यह कार्रवाई हमास द्वारा इजरायल पर रॉकेट हमले किए जाने के बाद की गई है। दोनों पक्षों के बीच जारी इस संघर्ष से क्षेत्र में तनाव चरम पर पहुंच गया है।

इजरायली सेना की प्रतिक्रिया

इजरायली सेना के प्रवक्ता ने कहा कि यह सैन्य अभियान हमास के ठिकानों को निशाना बनाने के लिए चलाया जा रहा है। सेना ने दावा किया है कि उन्होंने गाजा में हमास के हथियार डिपो, सुरंगें और कमांड सेंटरों को निशाना बनाया है। इजरायली अधिकारियों का कहना है कि ये हमले उनके नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक हैं।

प्रवक्ता ने कहा, “हम अपने नागरिकों की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएंगे। हमास जैसे आतंकवादी संगठनों को उनकी हर कार्रवाई का जवाब दिया जाएगा।”

गाजा में नुकसान की जानकारी

गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजरायली हमलों में कई घर और इमारतें ध्वस्त हो गई हैं। इन हमलों में अब तक कई नागरिकों के घायल होने की खबर है। हालांकि, सटीक हताहतों की संख्या की पुष्टि नहीं की गई है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि उन्हें अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर भागना पड़ा।

गाजा के निवासी मोहम्मद सलीम ने कहा, “हम पूरी रात बमबारी की आवाजें सुनते रहे। हमारा घर पूरी तरह से हिल गया था। हमें नहीं पता कि आगे क्या होगा।”

हमास की प्रतिक्रिया

हमास ने इजरायली हमलों की कड़ी निंदा की है और इसे फिलिस्तीनी नागरिकों के खिलाफ आक्रामकता करार दिया है। हमास के प्रवक्ता ने कहा कि वे अपनी जमीन और नागरिकों की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएंगे।

हमास के एक नेता ने कहा, “हम अपने लोगों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं। इजरायल की यह कार्रवाई उन्हें कमजोर नहीं कर पाएगी।”

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया

इस संघर्ष को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने चिंता जताई है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने दोनों पक्षों से संयम बरतने और बातचीत के जरिए समस्या का समाधान निकालने की अपील की है। अमेरिका, यूरोपीय संघ और अन्य देशों ने भी हिंसा पर चिंता व्यक्त की है और शांति प्रक्रिया को बहाल करने का आह्वान किया है।

अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा, “हम सभी पक्षों से अपील करते हैं कि वे नागरिकों की सुरक्षा का ध्यान रखें और तनाव को बढ़ने से रोकें।”

संघर्ष का कारण

यह संघर्ष तब शुरू हुआ जब हमास ने इजरायल पर रॉकेट हमले किए। इजरायली अधिकारियों का कहना है कि हमास ने जानबूझकर उनके नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाया। इसके जवाब में, इजरायली सेना ने गाजा पर बड़े पैमाने पर हवाई हमले शुरू किए।

विशेषज्ञों का मानना है कि इस संघर्ष के पीछे वर्षों पुराना इजरायल-फिलिस्तीन विवाद है, जो आज भी क्षेत्र में शांति स्थापित करने की राह में सबसे बड़ी बाधा बना हुआ है।

आम नागरिकों पर प्रभाव

इस संघर्ष का सबसे बड़ा प्रभाव आम नागरिकों पर पड़ा है। गाजा पट्टी में रहने वाले लोग लगातार बमबारी और हमलों के बीच जिंदगी गुजारने को मजबूर हैं। कई परिवारों को अपने घर छोड़ने पड़े हैं, और वे सुरक्षित स्थानों की तलाश में हैं।

इजरायल में भी कई नागरिकों को बंकरों में शरण लेनी पड़ी है। देश के कई हिस्सों में स्कूल और सार्वजनिक स्थान बंद कर दिए गए हैं।

आगे की स्थिति

फिलहाल, दोनों पक्षों के बीच संघर्ष थमता नजर नहीं आ रहा है। इजरायली सेना ने कहा है कि वे अपनी कार्रवाई जारी रखेंगे, जबकि हमास ने भी इजरायल के खिलाफ अपने हमले तेज करने की धमकी दी है।

संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रयासों के बावजूद इस क्षेत्र में शांति बहाली की राह मुश्किल नजर आ रही है। दोनों पक्षों को अब बातचीत के जरिए समाधान की ओर कदम बढ़ाने की जरूरत है, ताकि आम नागरिकों की जिंदगी को इस संघर्ष से राहत मिल सके।

निष्कर्ष

गाजा पट्टी में इजरायली सेना और हमास के बीच चल रहा यह संघर्ष एक बार फिर से क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए बड़ी चुनौती बन गया है। आम नागरिकों की सुरक्षा और मानवीय संकट को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय समुदाय को तत्काल हस्तक्षेप करने की जरूरत है। बातचीत और कूटनीति के जरिए ही इस संघर्ष का समाधान निकाला जा सकता है।