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विकसित भारत युवा नेतृत्व संवाद 2025: नई पीढ़ी का संकल्प और देश के विकास की दिशा


दिल्ली में 11 और 12 जनवरी 2025 को “विकसित भारत युवा नेतृत्व संवाद” का आयोजन किया गया। इस संवाद का उद्देश्य युवाओं को देश के विकास में उनकी भूमिका के प्रति जागरूक करना और नेतृत्व क्षमता को बढ़ावा देना था। इस आयोजन में देशभर से हजारों युवाओं ने भाग लिया और विभिन्न विषयों पर विचार-विमर्श किया।

आयोजन की मुख्य झलकियाँ

इस संवाद में विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों, सरकारी अधिकारियों, और युवा नेताओं ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम के दौरान युवाओं के सामने भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए पांच मुख्य विषयों पर चर्चा की गई:

  1. डिजिटल इंडिया और टेक्नोलॉजी: टेक्नोलॉजी के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के अवसर बढ़ाने पर चर्चा की गई।
  2. पर्यावरण और सतत विकास: पर्यावरण संरक्षण और हरित ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए युवाओं के प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
  3. स्वास्थ्य और मानसिक कल्याण: युवाओं के बीच मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने और स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच को बेहतर बनाने पर विचार-विमर्श हुआ।
  4. शिक्षा और कौशल विकास: गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और व्यावसायिक कौशल विकास को बढ़ावा देकर आत्मनिर्भरता को कैसे बढ़ाया जा सकता है, इस पर चर्चा हुई।
  5. स्टार्टअप और उद्यमिता: युवाओं को व्यवसाय के क्षेत्र में बढ़ावा देने के लिए स्टार्टअप संस्कृति को प्रोत्साहित करने के उपायों पर चर्चा हुई।

प्रमुख वक्ताओं के विचार

इस कार्यक्रम में कई प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों ने अपने विचार साझा किए। इनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय युवा मामलों के मंत्री अनुराग ठाकुर, और प्रसिद्ध उद्यमी रतन टाटा भी शामिल थे।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “आज का युवा केवल नौकरी की तलाश में नहीं है, बल्कि वह अपने विचारों और योजनाओं के माध्यम से देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। हमें युवाओं के नेतृत्व को पहचानने और उन्हें प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है।”

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने युवाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि, “आपका हर छोटा कदम देश को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकता है। हमें अपने सपनों को साकार करने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी।”

युवा नेतृत्व और नई पहल

इस संवाद में कई नई पहलें भी शुरू की गईं। इनमें से कुछ प्रमुख पहलें निम्नलिखित हैं:

  • युवा भारत नेटवर्क: यह एक डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म है, जो युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में अपने विचारों और सुझावों को साझा करने का अवसर प्रदान करेगा।
  • नेशनल लीडरशिप ट्रेनिंग प्रोग्राम: यह कार्यक्रम युवाओं को नेतृत्व कौशल विकसित करने और सामाजिक परिवर्तन लाने के लिए प्रशिक्षित करेगा।
  • स्टार्टअप ग्रांट्स: युवा उद्यमियों को अपने व्यवसाय शुरू करने के लिए सरकार द्वारा वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।

युवाओं की भागीदारी

कार्यक्रम में भाग लेने वाले युवाओं ने अपने अनुभव साझा किए और बताया कि कैसे इस तरह के संवाद उन्हें नई सोच और दृष्टिकोण प्रदान करते हैं। एक प्रतिभागी ने कहा, “यह संवाद हमें अपनी जिम्मेदारियों को समझने और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रेरित करता है।”

भविष्य की दिशा

“विकसित भारत युवा नेतृत्व संवाद” का उद्देश्य केवल विचार-विमर्श तक सीमित नहीं था, बल्कि इसे एक आंदोलन के रूप में देखा जा रहा है। यह संवाद युवाओं को सक्रिय रूप से देश के विकास में भागीदार बनाने और उनके नेतृत्व कौशल को पहचानने का एक मंच है। सरकार का लक्ष्य है कि युवाओं को सशक्त बनाकर भारत को 2047 तक एक विकसित राष्ट्र के रूप में स्थापित किया जाए।

निष्कर्ष

“विकसित भारत युवा नेतृत्व संवाद” युवाओं के लिए एक प्रेरणादायक मंच है, जो उन्हें अपने विचारों को साझा करने और नेतृत्व क्षमता विकसित करने का अवसर प्रदान करता है। यह संवाद इस बात का उदाहरण है कि कैसे युवा पीढ़ी देश के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। यदि युवा सही दिशा में आगे बढ़ते हैं, तो भारत का विकास और समृद्धि सुनिश्चित है।