प्रधानमंत्री मोदी ने किया ज़ेड-मोड़ सुरंग का उद्घाटन: कश्मीर-लद्दाख की कनेक्टिविटी को नई दिशा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ऐतिहासिक ज़ेड-मोड़ सुरंग का उद्घाटन किया, जो कश्मीर और लद्दाख के बीच एक महत्वपूर्ण संपर्क मार्ग के रूप में कार्य करेगी। यह सुरंग न केवल क्षेत्र की कनेक्टिविटी को वर्षभर सुनिश्चित करेगी, बल्कि आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक विकास को भी नई ऊंचाईयों पर ले जाएगी।
परियोजना की अहमियत
ज़ेड-मोड़ सुरंग लगभग 6.5 किलोमीटर लंबी है और इसे सामरिक दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। यह सुरंग श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग का हिस्सा है, जो सर्दियों में भारी बर्फबारी के कारण अवरुद्ध हो जाता था। अब इस सुरंग के खुलने से यह मार्ग पूरे वर्ष खुला रहेगा, जिससे यात्रियों और वाहनों की आवाजाही में किसी प्रकार की रुकावट नहीं होगी।
क्षेत्रीय विकास को मिलेगा बढ़ावा
सुरंग के उद्घाटन के साथ ही लद्दाख और कश्मीर के स्थानीय व्यापारियों और उद्यमियों को भी बड़ा फायदा होगा। दोनों क्षेत्रों के बीच व्यापारिक गतिविधियां अब निर्बाध रूप से जारी रहेंगी। लद्दाख के स्थानीय उत्पाद, जैसे कि हस्तशिल्प, सूखे मेवे, और स्थानीय मसाले, अब अधिक तेजी से देश के अन्य हिस्सों में पहुंच सकेंगे।
पर्यटन को मिलेगा प्रोत्साहन
इस सुरंग के खुलने से कश्मीर और लद्दाख में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। लद्दाख, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है, अब सालभर पर्यटकों का स्वागत करने में सक्षम होगा। इससे स्थानीय होटल, गाइड, और अन्य पर्यटन से जुड़ी सेवाओं को भी फायदा होगा।
सामरिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण
ज़ेड-मोड़ सुरंग का निर्माण केवल आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए ही नहीं, बल्कि सामरिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। यह सुरंग भारतीय सेना के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्र में तेजी से पहुंचने की सुविधा प्रदान करेगी।
निर्माण में प्रयोग हुई अत्याधुनिक तकनीक
इस सुरंग के निर्माण में अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया गया है, जिससे यह किसी भी मौसम की स्थिति में उपयोग के लिए सुरक्षित और टिकाऊ है। सुरंग के अंदर अत्याधुनिक वेंटिलेशन सिस्टम, अग्निशमन उपकरण, और सीसीटीवी निगरानी जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं।
पर्यावरण संरक्षण का ध्यान
सुरंग के निर्माण के दौरान पर्यावरण संरक्षण का विशेष ध्यान रखा गया है। निर्माण कार्य के दौरान स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र को नुकसान न पहुंचे, इसके लिए विशेष उपाय किए गए।
जनता की प्रतिक्रिया
इस परियोजना को लेकर स्थानीय निवासियों और व्यापारियों में भारी उत्साह है। लद्दाख के एक व्यापारी ने कहा, “यह सुरंग हमारे लिए जीवनरेखा की तरह है। अब हमें सर्दियों में भी कश्मीर के बाजारों तक पहुंचने में कोई परेशानी नहीं होगी।”
सरकार की योजना
सरकार ने इस सुरंग के उद्घाटन के साथ-साथ कई अन्य बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर भी काम करने की योजना बनाई है, जो कश्मीर और लद्दाख के लोगों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करेंगी। इनमें सड़कें, पुल, और अन्य कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट शामिल हैं।
निष्कर्ष
ज़ेड-मोड़ सुरंग का उद्घाटन भारत के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह परियोजना न केवल कश्मीर और लद्दाख की कनेक्टिविटी को मजबूत करेगी, बल्कि क्षेत्र में शांति और समृद्धि लाने में भी सहायक होगी। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में कहा, “यह सुरंग केवल एक संरचना नहीं है, यह भारत के विकास के लिए एक नया द्वार है।” यह सुरंग आने वाले वर्षों में क्षेत्र के विकास और सुरक्षा को नई दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।