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जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा में हादसा: सेना की गाड़ी खाई में गिरी, 4 जवान शहीद, 2 घायल


जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा जिले में शनिवार को एक दुखद हादसा हुआ, जिसमें सेना की एक गाड़ी खाई में गिर गई। इस हादसे में चार जवानों की मौत हो गई, जबकि दो अन्य घायल हो गए। हादसा उस समय हुआ जब सेना का वाहन गश्त पर था और अचानक नियंत्रण खो बैठा। घायल जवानों को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

कैसे हुआ हादसा?

यह घटना बांदीपोरा जिले के गुरेज सेक्टर में हुई, जहां सेना की एक गाड़ी गश्त पर निकली थी। सूत्रों के अनुसार, भारी बर्फबारी और खतरनाक मोड़ के कारण वाहन चालक ने गाड़ी पर नियंत्रण खो दिया, जिससे गाड़ी गहरी खाई में जा गिरी।

घटनास्थल पर मौजूद स्थानीय लोगों ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया और सेना के अधिकारियों को सूचित किया। सेना और पुलिस की संयुक्त टीम ने मौके पर पहुंचकर बचाव अभियान चलाया।

चार जवानों की मौत, दो गंभीर रूप से घायल

हादसे में चार जवानों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि दो अन्य जवान गंभीर रूप से घायल हुए। घायलों को तुरंत पास के सैन्य अस्पताल में ले जाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। डॉक्टरों के मुताबिक, दोनों घायल जवानों की हालत स्थिर है, लेकिन उन्हें विशेष देखभाल की जरूरत है।

सेना का बयान

सेना के प्रवक्ता ने इस हादसे पर दुख जताते हुए कहा, “हमने चार बहादुर जवानों को खो दिया है। यह हमारे लिए बहुत बड़ी क्षति है। हम घायल जवानों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।” प्रवक्ता ने यह भी बताया कि सेना द्वारा नियमित गश्त के दौरान यह हादसा हुआ और जांच के आदेश दे दिए गए हैं।

मौसम की खराबी बनी कारण

जम्मू-कश्मीर में इन दिनों भारी बर्फबारी हो रही है, जिससे सड़कें फिसलन भरी और खतरनाक हो गई हैं। बांदीपोरा क्षेत्र में भी बर्फबारी के चलते गश्त के दौरान गाड़ियों को चलाना चुनौतीपूर्ण हो जाता है।

स्थानीय प्रशासन ने भी चेतावनी जारी की थी कि खराब मौसम के कारण यात्राओं से बचा जाए, लेकिन सेना को अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए गश्त जारी रखनी पड़ी।

प्रतिक्रिया और शोक संदेश

इस हादसे पर जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “हमारे जवानों की बहादुरी को सलाम करते हैं। यह हादसा बहुत दुखद है। हम शहीद जवानों के परिवारों के साथ खड़े हैं।”

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “बांदीपोरा में सेना के जवानों की दुखद मौत की खबर सुनकर गहरा दुख हुआ। मैं शहीदों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं और घायल जवानों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।”

स्थानीय लोगों की मदद

हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने तुरंत बचाव कार्य में सेना की मदद की। स्थानीय निवासियों ने कहा कि वे हमेशा सेना के साथ खड़े रहते हैं और इस मुश्किल घड़ी में भी उन्होंने सेना के जवानों की हरसंभव सहायता की।

एक स्थानीय निवासी ने बताया, “हमने देखा कि गाड़ी खाई में गिर गई। हम तुरंत मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य शुरू किया। हमने घायलों को बाहर निकालने में मदद की। यह हमारे लिए भी एक भावनात्मक पल था।”

जांच के आदेश जारी

सेना ने इस घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। शुरुआती रिपोर्ट में यह माना जा रहा है कि बर्फबारी और सड़क की खराब स्थिति के कारण हादसा हुआ। हालांकि, जांच पूरी होने के बाद ही वास्तविक कारणों का पता चल सकेगा।

शहीद जवानों के नाम

अभी तक शहीद हुए जवानों के नाम सार्वजनिक नहीं किए गए हैं। सेना ने कहा है कि शहीद जवानों के परिजनों को सूचना दी जा रही है और उन्हें हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।

निष्कर्ष

बांदीपोरा में हुआ यह हादसा एक बार फिर से याद दिलाता है कि हमारे सैनिक कितनी कठिन परिस्थितियों में देश की सुरक्षा के लिए डटे रहते हैं। उनका बलिदान अमूल्य है और देश को उन पर गर्व है। सरकार और सेना ने शहीदों के परिवारों को हरसंभव मदद का भरोसा दिया है। इस दुखद घटना ने पूरे देश को गमगीन कर दिया है, और हर कोई शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है।