शेयर बाजार में बड़ा झटका: सेंसेक्स 1048 अंक लुढ़का, निवेशकों के 12.62 लाख करोड़ रुपए डूबे
भारतीय शेयर बाजार में आज बड़ा झटका लगा जब सेंसेक्स 1048 अंक की भारी गिरावट के साथ बंद हुआ। इस गिरावट के चलते निवेशकों को करीब 12.62 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। बाजार में अचानक आई इस गिरावट ने निवेशकों को हैरान कर दिया और विशेषज्ञ इसके पीछे कई मुख्य कारण बता रहे हैं।
तीन मुख्य कारण जो गिरावट के लिए जिम्मेदार हैं
शेयर बाजार की इस बड़ी गिरावट के पीछे तीन प्रमुख कारण बताए जा रहे हैं:
- अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में मंदी का असर: वैश्विक बाजारों में आई गिरावट का असर भारतीय बाजारों पर भी पड़ा है। अमेरिका में फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में वृद्धि की आशंका के चलते निवेशक सतर्क हो गए हैं। इसके अलावा, यूरोपीय बाजारों में भी आर्थिक मंदी की स्थिति बनी हुई है, जिसने भारतीय बाजार को प्रभावित किया।
- एफआईआई (विदेशी संस्थागत निवेशक) की बिकवाली: विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) लगातार भारतीय बाजार से पैसे निकाल रहे हैं। दिसंबर और जनवरी में एफआईआई ने भारी बिकवाली की है, जिससे बाजार में गिरावट का माहौल बना है।
- आईटी और बैंकिंग सेक्टर पर दबाव: आईटी और बैंकिंग सेक्टर में भारी गिरावट देखी गई। इंफोसिस, टीसीएस, एचडीएफसी बैंक और अन्य प्रमुख कंपनियों के शेयरों में गिरावट ने सेंसेक्स को नीचे धकेल दिया। निवेशकों ने इन सेक्टर्स में भारी बिकवाली की, जिससे बाजार में गिरावट और तेज हो गई।
किन कंपनियों के शेयर गिरे?
आज के कारोबार में कई बड़ी कंपनियों के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई। खासतौर पर आईटी, बैंकिंग और मेटल सेक्टर की कंपनियों के शेयर सबसे ज्यादा गिरे।
- इंफोसिस: 4.5% की गिरावट
- टीसीएस: 3.8% की गिरावट
- एचडीएफसी बैंक: 2.7% की गिरावट
- रिलायंस इंडस्ट्रीज: 1.5% की गिरावट
इन कंपनियों के शेयरों में गिरावट ने बाजार की गिरावट में अहम भूमिका निभाई।
निवेशकों को भारी नुकसान
सेंसेक्स की इस गिरावट से निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है। बाजार पूंजीकरण में 12.62 लाख करोड़ रुपए की कमी आई है। कई खुदरा निवेशक जो हाल ही में बाजार में निवेश कर रहे थे, उन्हें इस गिरावट से बड़ा झटका लगा है।
विशेषज्ञों की राय
विशेषज्ञों का मानना है कि यह गिरावट अल्पकालिक हो सकती है और निवेशकों को घबराने की जरूरत नहीं है। निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि वे अपने पोर्टफोलियो की समीक्षा करें और लंबी अवधि के दृष्टिकोण से निवेश करें।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के एक वरिष्ठ विश्लेषक ने कहा, “अंतर्राष्ट्रीय बाजारों की स्थिति और एफआईआई की बिकवाली के चलते यह गिरावट आई है। लेकिन भारतीय अर्थव्यवस्था की बुनियादी स्थिति मजबूत है, इसलिए लंबे समय में बाजार में स्थिरता लौटेगी।”
आगे की संभावनाएं
आने वाले दिनों में बाजार में कुछ सुधार देखने को मिल सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि बजट पेश होने से पहले बाजार में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा। इसके अलावा, वैश्विक स्तर पर अगर फेडरल रिजर्व की नीतियों में कोई नरमी आती है, तो भारतीय बाजार को राहत मिल सकती है।
निवेशकों के लिए सुझाव
विशेषज्ञों ने निवेशकों को सलाह दी है कि वे घबराकर अपने निवेश न बेचें। ऐसे समय में धैर्य रखना और अपने निवेश को लंबी अवधि के लिए बनाए रखना महत्वपूर्ण है।
- अपने पोर्टफोलियो को विविध बनाएं।
- गुणवत्ता वाले शेयरों में निवेश करें।
- अल्पकालिक उतार-चढ़ाव से घबराएं नहीं।
निष्कर्ष
शेयर बाजार में आज की गिरावट ने निवेशकों को बड़ा झटका दिया है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था की बुनियादी स्थिति मजबूत है और बाजार में सुधार की संभावना है। निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि वे लंबी अवधि के लिए अपने निवेश को बनाए रखें और बाजार के उतार-चढ़ाव से घबराएं नहीं।