बजट सत्र 2025: 1 फरवरी से शुरू, वित्त मंत्री पेश करेंगी नए आर्थिक प्रस्ताव
संसद का बजट सत्र 2025, 1 फरवरी से शुरू होने जा रहा है। इस सत्र में देश के आर्थिक विकास और वित्तीय योजनाओं पर चर्चा होगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को आम बजट पेश करेंगी, जिससे देशभर के विभिन्न वर्गों को बड़ी उम्मीदें हैं।
बजट सत्र का कार्यक्रम
- आरंभ: बजट सत्र का पहला चरण 1 फरवरी से शुरू होगा और मार्च के मध्य तक चलेगा।
- महत्वपूर्ण एजेंडा: बजट के अलावा आर्थिक सुधार, रोजगार सृजन, और विकास योजनाओं पर चर्चा होगी।
वित्त मंत्री की प्राथमिकताएँ
- कृषि क्षेत्र: किसानों के लिए नई योजनाओं की संभावना, जिसमें सिंचाई और तकनीकी सहायता पर जोर होगा।
- बुनियादी ढाँचा: सड़क, रेल, और हवाई सेवाओं के विकास के लिए विशेष बजट आवंटन की उम्मीद।
- स्वास्थ्य और शिक्षा: बजट में स्वास्थ्य सेवाओं और शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए बड़े निवेश की संभावना।
- मध्यम वर्ग और उद्योग: आयकर छूट और व्यापारियों के लिए प्रोत्साहन योजनाओं पर ध्यान केंद्रित हो सकता है।
चुनौतियाँ और अपेक्षाएँ
महंगाई, बेरोजगारी, और वैश्विक आर्थिक मंदी के बीच यह बजट विशेष महत्व रखता है। विशेषज्ञों का मानना है कि सरकार को रोजगार सृजन और निवेश बढ़ाने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे।
संसद में माहौल
संसद का यह सत्र राजनीतिक दृष्टि से भी अहम है। विपक्षी दल महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी में हैं। वहीं, सत्तारूढ़ दल बजट के माध्यम से अपनी नीतियों और उपलब्धियों को पेश करेगा।
जनता की उम्मीदें
देश के विभिन्न वर्गों को इस बजट से काफी उम्मीदें हैं:
- किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में बढ़ोतरी और कर्ज माफी की उम्मीद कर रहे हैं।
- मध्यम वर्ग आयकर में राहत की माँग कर रहा है।
- उद्योग जगत को निवेश बढ़ाने और स्टार्टअप्स के लिए प्रोत्साहन की उम्मीद है।
विशेषज्ञों की राय
अर्थशास्त्रियों का कहना है कि यह बजट भारतीय अर्थव्यवस्था को वैश्विक स्तर पर मजबूती देने का अवसर हो सकता है। आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया जैसी पहलों को और मजबूत बनाने की आवश्यकता है।
निष्कर्ष
बजट सत्र 2025 देश के आर्थिक और सामाजिक विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। आगामी घोषणाएँ यह तय करेंगी कि सरकार आर्थिक चुनौतियों का सामना कैसे करेगी और भविष्य के लिए क्या नीतियाँ अपनाएगी।
देशभर की निगाहें 1 फरवरी को संसद पर रहेंगी, जब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आर्थिक योजनाओं का खाका पेश करेंगी।