उत्तर भारत में ठंड का प्रकोप: घने कोहरे और शीतलहर से जनजीवन अस्त-व्यस्त
उत्तर भारत के राज्यों उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, और हरियाणा में ठंड और कोहरे का प्रकोप जारी है। शीतलहर और घने कोहरे के चलते इन राज्यों में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। सड़कों पर दृश्यता कम होने के कारण यातायात व्यवस्था चरमरा गई है, और कई रेलगाड़ियां और हवाई सेवाएं प्रभावित हुई हैं।
सड़कों पर दृश्यता लगभग शून्य
घने कोहरे के कारण सुबह और रात के समय सड़कों पर दृश्यता बेहद कम हो रही है। वाहन चालकों को धीमी गति से चलने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है, जिससे यात्रा का समय बढ़ गया है। कोहरे के कारण कई जगह सड़क दुर्घटनाओं की भी खबरें आई हैं। यातायात विभाग ने लोगों से सावधानीपूर्वक वाहन चलाने की अपील की है।
रेल और हवाई सेवाएं प्रभावित
कोहरे की वजह से रेलवे और हवाई यातायात भी बाधित हुआ है। कई ट्रेनें घंटों की देरी से चल रही हैं, जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हवाई अड्डों पर विमानों के आवागमन में भी देरी हो रही है। कई उड़ानें रद्द करनी पड़ी हैं, जिससे यात्रियों को वैकल्पिक व्यवस्था करनी पड़ रही है।
किसानों के लिए चुनौतीपूर्ण समय
ठंड का यह मौसम किसानों के लिए भी बड़ी चुनौती बन गया है। आलू, सरसों, और गेहूं जैसी फसलों को शीतलहर और पाले का खतरा है। कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को सलाह दी है कि वे फसलों को ठंड से बचाने के लिए सिंचाई और धुआं करने जैसे उपाय अपनाएं।
स्कूलों में छुट्टियां और ठंड का असर
कई जिलों में बढ़ती ठंड के कारण प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में छुट्टियां घोषित कर दी गई हैं। जो स्कूल खुले हैं, उनमें बच्चों के स्कूल आने-जाने के समय में बदलाव किया गया है। प्रशासन ने लोगों को गर्म कपड़े पहनने और स्वास्थ्य का ध्यान रखने की सलाह दी है।
स्वास्थ्य पर पड़ रहा प्रभाव
ठंड के कारण बुजुर्गों और बच्चों की सेहत पर खासा असर पड़ रहा है। अस्पतालों में सांस की बीमारियों और सर्दी-खांसी के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। डॉक्टरों ने ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनने, गर्म पेय पदार्थों का सेवन करने और सुबह-शाम बाहर जाने से बचने की सलाह दी है।
निष्कर्ष
उत्तर भारत में ठंड और कोहरे ने जीवन को मुश्किल बना दिया है। प्रशासन और लोगों को मिलकर इस चुनौती से निपटने की जरूरत है। जरूरतमंद लोगों के लिए कंबल वितरण और रैन बसेरों की व्यवस्था करना भी बेहद आवश्यक है। आने वाले दिनों में मौसम विभाग ने और अधिक ठंड पड़ने की संभावना जताई है, इसलिए सतर्कता बरतना बेहद जरूरी है।