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कर्नाटक के बेलगावी में कांग्रेस का ‘नव सत्याग्रह’: गांधीजी के 1924 सम्मेलन को किया याद


कर्नाटक के बेलगावी में कांग्रेस पार्टी ने ‘नव सत्याग्रह’ नामक एक विशेष आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य महात्मा गांधी के नेतृत्व में 1924 में हुए ऐतिहासिक कांग्रेस अधिवेशन की याद ताजा करना था। यह आयोजन भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की प्रेरणा को फिर से जनमानस में जागृत करने का प्रयास है।

मुख्य बिंदु:

  1. 1924 का ऐतिहासिक सम्मेलन: बेलगावी में महात्मा गांधी की अध्यक्षता में कांग्रेस का एकमात्र अधिवेशन हुआ था। यह अधिवेशन भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण मोड़ था।
  2. ‘नव सत्याग्रह’ का उद्देश्य: वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में जनता के अधिकारों, लोकतंत्र और समाज की मूलभूत समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करना।
  3. कांग्रेस के नेता शामिल: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, और अन्य प्रमुख नेताओं ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया।

कार्यक्रम की मुख्य गतिविधियां:

  • महात्मा गांधी की विचारधारा पर आधारित एक प्रदर्शनी आयोजित की गई।
  • ‘नव सत्याग्रह’ के तहत कांग्रेस नेताओं ने भाषण देकर सत्य और अहिंसा के महत्व पर जोर दिया।
  • स्थानीय मुद्दों पर चर्चा करते हुए जनता के साथ संवाद किया गया।

राहुल गांधी का संबोधन:

राहुल गांधी ने कहा, “गांधीजी के विचार आज भी प्रासंगिक हैं। सत्य और अहिंसा के माध्यम से ही देश को सही दिशा में ले जाया जा सकता है। यह नव सत्याग्रह जन-जन की आवाज़ है।”

जनता की भागीदारी:

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। स्थानीय लोगों ने महात्मा गांधी के विचारों और कांग्रेस के प्रयासों की सराहना की।

विपक्ष की प्रतिक्रिया:

बीजेपी ने इसे कांग्रेस का “राजनीतिक स्टंट” करार दिया, जबकि कांग्रेस ने इसे एक ऐतिहासिक विरासत को जीवित रखने का प्रयास बताया।

निष्कर्ष:

कर्नाटक के बेलगावी में आयोजित ‘नव सत्याग्रह’ भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के मूल्यों को पुनर्जीवित करने का एक प्रयास है। यह कार्यक्रम न केवल कांग्रेस की ऐतिहासिक विरासत को उजागर करता है बल्कि मौजूदा राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर भी ध्यान केंद्रित करता है।