प्रियंका गांधी पर भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी का विवादित बयान, कांग्रेस ने दी कड़ी प्रतिक्रिया
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद रमेश बिधूड़ी ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी को लेकर एक विवादित बयान दिया है, जिससे राजनीतिक माहौल गरमा गया है। उनके बयान को अभद्र और आपत्तिजनक बताया जा रहा है। इस बयान के बाद कांग्रेस ने भाजपा और बिधूड़ी के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया दी है और उन्हें माफी मांगने की मांग की है।
यह बयान ऐसे समय में आया है, जब लोकसभा चुनाव 2024 नजदीक हैं और देश की राजनीति लगातार गर्म होती जा रही है। कांग्रेस ने इसे महिला अपमान का मुद्दा बनाते हुए भाजपा पर महिलाओं के प्रति असंवेदनशीलता का आरोप लगाया है।
क्या कहा रमेश बिधूड़ी ने?
एक जनसभा के दौरान भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी ने प्रियंका गांधी के बारे में एक विवादित टिप्पणी की। उनका बयान न केवल प्रियंका गांधी बल्कि महिला नेताओं के प्रति भी अपमानजनक माना जा रहा है।
हालांकि, बयान के बाद बिधूड़ी ने अब तक कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया है।
विवादित बयान का सार:
बिधूड़ी ने कहा कि प्रियंका गांधी को सिर्फ अपने परिवार के नाम पर राजनीति करने का मौका मिला है। उन्होंने उनके व्यक्तित्व और योगदान पर आपत्तिजनक टिप्पणी की, जिसे कांग्रेस ने महिलाओं का अपमान करार दिया है।
कांग्रेस ने भाजपा पर साधा निशाना
बिधूड़ी के बयान के बाद कांग्रेस ने भाजपा को आड़े हाथों लिया है। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा,
“यह केवल प्रियंका गांधी का नहीं, बल्कि हर महिला का अपमान है। भाजपा का महिलाओं के प्रति रवैया लगातार शर्मनाक रहा है।”
कांग्रेस ने मांग की है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा इस बयान पर सफाई दें और बिधूड़ी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।
कांग्रेस नेताओं की प्रमुख प्रतिक्रियाएं:
- राहुल गांधी: “यह बयान भाजपा की महिला विरोधी सोच को दर्शाता है।”
- मल्लिकार्जुन खड़गे: “भाजपा नेता लगातार महिलाओं का अपमान कर रहे हैं। हमें इसकी कड़ी निंदा करनी चाहिए।”
- प्रियंका चतुर्वेदी: “महिलाओं के खिलाफ ऐसी भाषा का इस्तेमाल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
भाजपा की सफाई
कांग्रेस के आरोपों पर भाजपा की ओर से अब तक कोई औपचारिक बयान नहीं आया है। हालांकि, भाजपा के कुछ नेताओं ने इसे राजनीतिक मुद्दा बनाने का आरोप लगाया है।
भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा,
“कांग्रेस हर मुद्दे पर भाजपा को बदनाम करने की कोशिश करती है। बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है।”
भाजपा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह चुनावी माहौल में विवाद खड़ा करने की कोशिश कर रही है ताकि वह जनता का ध्यान भटका सके।
महिला संगठनों की कड़ी निंदा
भाजपा सांसद के बयान की महिला संगठनों ने भी कड़ी आलोचना की है। राष्ट्रीय महिला आयोग ने बयान को गंभीरता से लेने की बात कही है और सांसद बिधूड़ी को नोटिस भेजने की तैयारी कर रही है।
महिला संगठनों की प्रतिक्रियाएं:
- महिला कांग्रेस अध्यक्ष नेटा डिसूजा ने कहा,
*”यह बयान भाजपा की महिला विरोधी मानसिकता को उजागर करता है।” - राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि वे इस मामले की जांच करेंगे और जरूरी कार्रवाई करेंगे।
क्या यह चुनावी रणनीति का हिस्सा है?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह बयान चुनावी माहौल में दिया गया है ताकि ध्रुवीकरण किया जा सके।
राजनीतिक विश्लेषक विनोद शर्मा का कहना है,
“चुनाव के समय इस तरह के विवादित बयान दिए जाते हैं ताकि वोट बैंक की राजनीति की जा सके। भाजपा और कांग्रेस दोनों इस बयान को अपने-अपने तरीके से भुनाने की कोशिश करेंगे।”
भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी का विवादित इतिहास
यह पहली बार नहीं है जब रमेश बिधूड़ी विवादों में घिरे हैं। इससे पहले भी वह आपत्तिजनक भाषा के लिए चर्चा में रहे हैं।
पिछले विवाद:
- 2023: लोकसभा में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सांसद पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।
- 2022: एक जनसभा में उन्होंने विपक्षी नेताओं के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया था।
कानूनी कार्रवाई की मांग
कांग्रेस ने इस मामले में कानूनी कार्रवाई की भी मांग की है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि अगर भाजपा बिधूड़ी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करती है, तो वे कोर्ट का रुख करेंगे।
कांग्रेस ने यह भी कहा कि वे इस मुद्दे को लोकसभा में उठाएंगे और भाजपा सरकार की महिला सुरक्षा नीति पर सवाल खड़े करेंगे।
सोशल मीडिया पर विवाद
इस विवादित बयान के बाद सोशल मीडिया पर भी प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई है।
- #ShameOnBidhuri और #RespectWomen ट्रेंड कर रहा है।
- कई यूजर्स ने भाजपा सांसद के बयान की आलोचना की है और महिलाओं के प्रति सम्मानजनक व्यवहार की मांग की है।
- वहीं, कुछ भाजपा समर्थकों ने इसे कांग्रेस का प्रचार रणनीति करार दिया है।
विशेषज्ञों की राय
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यह बयान आगामी चुनावी माहौल को प्रभावित कर सकता है।
विशेषज्ञ अजय मेहरा का कहना है,
“इस तरह के बयान न केवल सियासी तापमान बढ़ाते हैं, बल्कि वोटरों की सोच पर भी असर डालते हैं। भाजपा को ऐसे बयानों से बचना चाहिए, क्योंकि इससे उनके महिला वोटर्स पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।”
क्या हो सकता है आगे?
- भाजपा पर दबाव: भाजपा पर बिधूड़ी के खिलाफ कार्रवाई करने का दबाव बढ़ सकता है।
- कांग्रेस का आंदोलन: कांग्रेस इस मुद्दे को महिला अपमान के तौर पर उठाकर चुनावी मुद्दा बना सकती है।
- कानूनी कार्रवाई: राष्ट्रीय महिला आयोग इस मामले में नोटिस भेजकर कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर सकता है।
निष्कर्ष
भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी का बयान एक राजनीतिक विवाद बन गया है। कांग्रेस ने इसे महिला सम्मान का मुद्दा बताते हुए भाजपा पर हमला बोला है।
अब देखना यह होगा कि भाजपा इस बयान पर क्या कदम उठाती है और यह विवाद आगामी चुनावी माहौल को कितना प्रभावित करता है। लेकिन एक बात साफ है कि महिलाओं के प्रति आपत्तिजनक भाषा किसी भी रूप में सहन नहीं की जानी चाहिए।