मणिपुर में भूकंप के झटके, लोगों में दहशत, कोई बड़ा नुकसान नहीं
आज सुबह मणिपुर में भूकंप के झटकों ने लोगों को हिला कर रख दिया। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.2 मापी गई। भूकंप का केंद्र राज्य के चुराचांदपुर जिले के पास बताया जा रहा है। भूकंप के झटके सुबह करीब 6:45 बजे महसूस किए गए, जिससे लोगों में दहशत फैल गई। हालांकि, अब तक किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं मिली है।
लोग घरों से बाहर निकले
भूकंप के झटकों के तुरंत बाद लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। कई जगहों पर लोग घबराहट में इधर-उधर भागते देखे गए। भूकंप का असर राजधानी इंफाल समेत आसपास के इलाकों में भी महसूस किया गया। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और सतर्क रहें।
भूकंप का केंद्र
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, भूकंप का केंद्र मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में जमीन से करीब 20 किलोमीटर नीचे था। यह क्षेत्र भूकंप के लिहाज से संवेदनशील माना जाता है। IMD ने बताया कि भूकंप के बाद किसी तरह की सुनामी या बड़े आफ्टरशॉक्स का खतरा नहीं है।
प्रशासन की तैयारी
भूकंप के बाद प्रशासन ने तुरंत राहत और बचाव टीमों को अलर्ट कर दिया है। राज्य के मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में स्थिति की निगरानी करने और किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारी प्राथमिकता है कि किसी भी प्रकार की आपदा से निपटने के लिए राज्य पूरी तरह से तैयार रहे। अभी तक किसी बड़े नुकसान की सूचना नहीं है, लेकिन हम स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।”
कोई बड़ा नुकसान नहीं
अब तक मिली जानकारी के अनुसार, भूकंप से राज्य में किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है। हालांकि, कुछ जगहों पर मकानों में दरारें आने की सूचना है। स्थानीय लोगों का कहना है कि झटके काफी तेज थे, लेकिन वे कुछ सेकंड तक ही महसूस किए गए।
विशेषज्ञों की राय
भूवैज्ञानिकों का कहना है कि मणिपुर और पूर्वोत्तर भारत का इलाका भूकंप प्रवण क्षेत्र में आता है। यह इलाका भारत के सबसे अधिक भूकंप संभावित क्षेत्रों में से एक है। विशेषज्ञों ने कहा है कि इस क्षेत्र में भूकंप का खतरा हमेशा बना रहता है, इसलिए लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।
भूवैज्ञानिक डॉ. राजेश कुमार ने कहा, “पूर्वोत्तर क्षेत्र में भूकंपीय गतिविधियां सामान्य हैं। लोग भूकंप के दौरान घबराएं नहीं और बचाव के तरीकों के बारे में जानकारी रखें।”
लोगों को क्या करना चाहिए?
भूकंप जैसी आपदाओं से बचने के लिए विशेषज्ञों ने कुछ सुझाव दिए हैं:
- भूकंप के दौरान इमारतों से बाहर निकलने की कोशिश करें।
- खुले मैदान में जाएं और किसी भी पेड़, बिजली के खंभे या इमारत से दूर रहें।
- घर के अंदर होने पर टेबल या मजबूत फर्नीचर के नीचे छिपें।
- लिफ्ट का उपयोग न करें।
- अफवाहों पर ध्यान न दें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
निष्कर्ष
मणिपुर में आए भूकंप ने एक बार फिर से राज्य में भूकंप की संवेदनशीलता को उजागर किया है। हालांकि, राहत की बात यह है कि कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है। प्रशासन ने सतर्कता बरतने और लोगों को सुरक्षित रहने की सलाह दी है। इस घटना ने एक बार फिर से आपदा प्रबंधन की तैयारियों की आवश्यकता पर जोर दिया है।