एमएसपी की मांग पर किसानों का दिल्ली कूच, शंभू बॉर्डर पर पुलिस ने रोका
न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) और अन्य कृषि सुधारों की मांग को लेकर देशभर के किसानों ने शुक्रवार को दिल्ली की ओर कूच किया। पंजाब और हरियाणा के हजारों किसान दिल्ली पहुंचने की कोशिश में शंभू बॉर्डर पर इकट्ठा हुए, जहां पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इस बीच, हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं, लेकिन किसानों का आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से जारी है।
क्या हैं किसानों की प्रमुख मांगें?
किसानों की प्रमुख मांगें इस प्रकार हैं:
- न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को कानूनी गारंटी दी जाए।
- बिजली बिल 2024 में संशोधन किया जाए और किसानों को सब्सिडी जारी रखी जाए।
- फसल के नुकसान पर मुआवजे का प्रावधान किया जाए।
- कर्ज माफी की योजना को लागू किया जाए।
किसानों का कहना है कि उनकी फसल की लागत लगातार बढ़ रही है, लेकिन उन्हें उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा है, जिससे आर्थिक संकट गहराता जा रहा है।
शंभू बॉर्डर पर हालात
जैसे ही किसानों का जत्था पंजाब और हरियाणा से दिल्ली की ओर बढ़ा, पुलिस ने उन्हें शंभू बॉर्डर पर रोक दिया। पुलिस ने जगह-जगह बैरिकेडिंग कर दी और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था तैनात की गई।
कई स्थानों पर पुलिस और किसानों के बीच हल्की झड़पें भी हुईं। पुलिस ने आंसू गैस के गोले और पानी की बौछार का इस्तेमाल किया, लेकिन किसानों ने शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन जारी रखा।
किसानों के नेता का कहना है:
“हम अपनी मांगों के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। जब तक सरकार हमारी बात नहीं मानती, तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा।”
सरकार का रुख
सरकार ने किसानों से संवाद करने की अपील की है। कृषि मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा है कि वे किसानों की मांगों पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं, लेकिन प्रदर्शनकारियों से पहले शांति बनाए रखने की अपील की गई है।
वहीं, दिल्ली पुलिस ने स्पष्ट कर दिया है कि राजधानी की सुरक्षा को देखते हुए किसानों को दिल्ली में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा।
प्रदर्शन का असर
- राष्ट्रीय राजमार्गों पर जाम की स्थिति बन गई है।
- दिल्ली और हरियाणा की सीमाओं पर यातायात प्रभावित हुआ है।
- आम जनता को आने-जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
किसानों की आगे की रणनीति
किसानों ने घोषणा की है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी जातीं, तो वे दिल्ली की ओर मार्च जारी रखेंगे और संसद भवन तक धरना देने की योजना बना रहे हैं।
किसान यूनियन के प्रवक्ता ने कहा:
“यह आंदोलन किसानों के अधिकारों की लड़ाई है। हम पीछे हटने वाले नहीं हैं।”
जनता की प्रतिक्रिया
जनता के बीच इस मुद्दे को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कुछ लोग किसानों के आंदोलन को जायज मान रहे हैं, जबकि कुछ लोग यातायात अव्यवस्था को लेकर परेशान हैं।
निष्कर्ष
किसानों का यह आंदोलन एमएसपी और अन्य कृषि सुधारों पर केंद्र सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती बन चुका है। दिल्ली की सीमाओं पर बढ़ते तनाव के बीच यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि सरकार और किसान नेताओं के बीच समाधान कब तक निकलता है।
प्रमुख बिंदु:
- किसानों की एमएसपी की कानूनी गारंटी समेत कई मांगें।
- शंभू बॉर्डर पर भारी पुलिस बल की तैनाती।
- सरकार और किसानों के बीच संवाद की संभावनाएं।
- दिल्ली की सीमाओं पर तनावपूर्ण स्थिति लेकिन आंदोलन शांतिपूर्ण।