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वित्त वर्ष 2024-25: भारत की जीडीपी 7.5% बढ़ने का अनुमान


1 जनवरी 2025, वित्त मंत्रालय ने एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें भारत की अर्थव्यवस्था के लिए सकारात्मक संकेत दिए गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2024-25 में देश की जीडीपी वृद्धि दर 7.5% रहने की उम्मीद है।

इस अनुमान के पीछे प्रमुख कारणों में उत्पादन क्षेत्र में सुधार, निर्यात में वृद्धि, और सरकारी नीतियों की प्रभावशीलता शामिल है। रिपोर्ट में बताया गया है कि सेवा क्षेत्र ने अर्थव्यवस्था में सबसे बड़ा योगदान दिया है, जबकि कृषि और विनिर्माण क्षेत्रों में भी स्थिरता देखी गई है।

मूल्यवृद्धि पर काबू पाने का दावा

रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि महंगाई दर को नियंत्रण में रखने के लिए उठाए गए कदम सफल रहे हैं। खाद्य वस्तुओं और ऊर्जा की कीमतों में स्थिरता अर्थव्यवस्था को और मजबूत बना रही है।

बजट 2025 से उम्मीदें

वित्त मंत्रालय ने आगामी बजट में नए सुधारों की घोषणा का संकेत दिया है। रोजगार सृजन, बुनियादी ढांचे के विकास, और डिजिटल अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए विशेष योजनाओं की उम्मीद की जा रही है।

वैश्विक परिप्रेक्ष्य में भारत का प्रदर्शन

वैश्विक मंदी की आशंकाओं के बावजूद, भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में बना हुआ है। अंतरराष्ट्रीय निवेशक भारत को एक उभरते हुए बाजार के रूप में देख रहे हैं, और विदेशी निवेश में वृद्धि का अनुमान है।

सरकार का दृष्टिकोण

वित्त मंत्रालय ने बताया कि आत्मनिर्भर भारत अभियान और ‘मेक इन इंडिया’ पहल से निवेश को प्रोत्साहन मिला है। साथ ही, भारत का डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और हरित ऊर्जा क्षेत्र अर्थव्यवस्था को और आगे ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।

चुनौतियाँ भी हैं

हालांकि, रिपोर्ट ने कुछ चुनौतियों का भी उल्लेख किया है। इनमें वैश्विक व्यापार में अस्थिरता, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव, और ग्रामीण क्षेत्रों में धीमी विकास दर शामिल हैं।

जनता के लिए संदेश

वित्त मंत्रालय ने कहा कि देश को आर्थिक सुधारों में भागीदार बनने की आवश्यकता है। उद्योग और आम जनता को सरकार की योजनाओं का लाभ उठाते हुए, विकास की इस गति को बनाए रखना चाहिए।

निष्कर्ष

भारत की जीडीपी वृद्धि का यह अनुमान एक सकारात्मक संकेत है, जो देश के आर्थिक सुधार और विकासशील स्थिति को दर्शाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि सरकार की नीतियाँ और प्रभावशाली साबित होती हैं, तो भारत वैश्विक स्तर पर नई ऊँचाइयों को छू सकता है।