दिल्ली में दोस्ती के बहाने बंधक बनाकर लूटने वाला गिरोह गिरफ्तार, पांच आरोपी पकड़े गए
दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो सोशल मीडिया और डेटिंग ऐप्स के जरिए दोस्ती कर लोगों को अपने जाल में फंसाता था और बाद में उन्हें बंधक बनाकर लूटपाट करता था। पुलिस ने इस गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरोह खुद को समलैंगिक व्यक्ति बताकर अपने शिकार को फंसाने के लिए एक खास रणनीति का इस्तेमाल करता था।
कैसे काम करता था गिरोह?
पुलिस के अनुसार, यह गिरोह सोशल मीडिया और डेटिंग ऐप्स पर सक्रिय था। गिरोह के सदस्य नकली प्रोफाइल बनाकर लोगों से संपर्क करते थे। एक बार जब उनका शिकार मिलने के लिए राजी हो जाता, तो वे उसे सुनसान जगह पर बुलाते और वहां उसे बंधक बना लेते थे। इसके बाद वे पीड़ित से नकदी, कीमती सामान और बैंक खातों की जानकारी मांगते थे।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गिरोह के सदस्य ज्यादातर उन लोगों को निशाना बनाते थे जो अपनी पहचान छुपाकर किसी के साथ दोस्ती करना चाहते थे। उनका यह तरीका पीड़ितों को पुलिस में शिकायत करने से भी रोकता था क्योंकि पीड़ित को अपनी सामाजिक छवि की चिंता होती थी।
गिरफ्तारी कैसे हुई?
दिल्ली पुलिस को इस गिरोह के बारे में एक पीड़ित की शिकायत के बाद जानकारी मिली। पीड़ित ने बताया कि उसे एक व्यक्ति ने डेटिंग ऐप पर मिलने के लिए बुलाया था। मिलने के बाद गिरोह के अन्य सदस्य वहां पहुंचे और उसे बंधक बना लिया। इसके बाद उससे नकदी और कीमती सामान लूट लिया गया।
शिकायत के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और तकनीकी निगरानी के जरिए आरोपियों का पता लगाया। पुलिस ने एक जाल बिछाकर पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस की सलाह
दिल्ली पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे सोशल मीडिया और डेटिंग ऐप्स पर अजनबियों से सावधान रहें। किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें। पुलिस ने यह भी कहा कि इस तरह के मामलों में लोग अपनी छवि की चिंता किए बिना कानून प्रवर्तन एजेंसियों से संपर्क करें।
गिरोह के सदस्यों की पहचान
गिरफ्तार किए गए पांचों आरोपी दिल्ली और आसपास के इलाकों के रहने वाले हैं। पुलिस ने बताया कि ये लोग पहले भी छोटे-मोटे अपराधों में शामिल रहे हैं। गिरोह के सदस्यों से पूछताछ के बाद पुलिस को अन्य पीड़ितों के बारे में भी जानकारी मिली है।
पीड़ितों का क्या कहना है?
एक पीड़ित ने बताया, “मुझे लगा था कि मैं किसी से दोस्ती कर रहा हूँ, लेकिन यह मेरी सबसे बड़ी गलती बन गई। उन्होंने मुझसे मेरी सारी नकदी और कीमती सामान छीन लिया। मैं पुलिस का शुक्रगुजार हूँ कि उन्होंने उन्हें पकड़ लिया।”
सोशल मीडिया पर सुरक्षा के लिए सुझाव
दिल्ली पुलिस ने सोशल मीडिया और डेटिंग ऐप्स का सुरक्षित उपयोग करने के लिए कुछ सुझाव दिए हैं:
- अजनबियों से ऑनलाइन व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से बचें।
- पहली मुलाकात के लिए सार्वजनिक जगहों का चयन करें।
- किसी भी संदिग्ध व्यवहार की तुरंत सूचना पुलिस को दें।
- अपनी लोकेशन की जानकारी परिवार और दोस्तों को दें।
निष्कर्ष
दिल्ली में इस गिरोह की गिरफ्तारी से पुलिस ने एक बड़ी साजिश का खुलासा किया है। यह घटना एक चेतावनी है कि ऑनलाइन दुनिया में सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। पुलिस की सक्रियता और सतर्कता की वजह से कई लोगों को इस गिरोह के चंगुल से बचाया जा सका है।