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असम में ‘गुणोत्सव-2025’ अभियान की शुरुआत, शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने पर जोर


गुवाहाटी: असम सरकार ने राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए ‘गुणोत्सव-2025’ अभियान की शुरुआत की है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य राज्य के सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में शिक्षा के स्तर का मूल्यांकन और सुधार करना है। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इस अभियान के पहले चरण की शुरुआत की।

‘गुणोत्सव-2025’ का उद्देश्य

असम सरकार का ‘गुणोत्सव’ कार्यक्रम राज्य में शिक्षा के बुनियादी ढांचे और शिक्षण मानकों को सुधारने के लिए चलाया जा रहा है। इसका उद्देश्य:

  • छात्रों के सीखने के परिणामों का आकलन करना।
  • शिक्षकों की प्रशिक्षण गुणवत्ता में सुधार करना।
  • स्कूलों में बुनियादी सुविधाओं को बेहतर बनाना।
  • छात्रों की उपस्थिति और पढ़ाई में रुचि बढ़ाना।

अभियान का पहला चरण

अभियान का पहला चरण 10 जनवरी 2025 से शुरू होकर 20 जनवरी 2025 तक चलेगा। इस दौरान:

  • प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों का दौरा किया जाएगा।
  • छात्रों की अकादमिक प्रगति का मूल्यांकन किया जाएगा।
  • अभिभावकों और शिक्षकों के साथ चर्चा की जाएगी ताकि उनकी समस्याओं को समझा जा सके।

‘गुणोत्सव’ का कार्यान्वयन कैसे होगा?

इस अभियान को तीन चरणों में चलाया जाएगा। हर चरण में विभिन्न जिलों के स्कूलों का निरीक्षण किया जाएगा।

कार्यान्वयन की प्रक्रिया:

  1. स्कूलों का निरीक्षण: सरकारी अधिकारी, शिक्षाविद, और स्थानीय नेता स्कूलों का दौरा करेंगे।
  2. छात्रों की परीक्षा: छात्रों की पढ़ने, लिखने, और गणित की क्षमता की जांच की जाएगी।
  3. प्रतिक्रिया लेना: शिक्षकों, छात्रों, और अभिभावकों से प्रतिक्रिया ली जाएगी ताकि समस्याओं को पहचाना जा सके।

सरकार का दृष्टिकोण

मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, “गुणोत्सव का मुख्य उद्देश्य राज्य के बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान करना है। शिक्षा के बुनियादी ढांचे में सुधार और शिक्षकों के प्रशिक्षण पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।” उन्होंने यह भी कहा कि यह कार्यक्रम असम को शैक्षणिक रूप से समृद्ध राज्य बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

‘गुणोत्सव’ के पिछले परिणाम

असम सरकार ने पहले भी ‘गुणोत्सव’ अभियान चलाया था, जिसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिले थे।

  • छात्रों की उपस्थिति में वृद्धि हुई थी।
  • शिक्षकों की गुणवत्ता में सुधार हुआ था।
  • स्कूलों में बुनियादी सुविधाओं में सुधार देखा गया था।

अभियान के लाभ

‘गुणोत्सव-2025’ से राज्य को निम्नलिखित लाभ होंगे:

  1. छात्रों की पढ़ाई में सुधार: छात्रों की सीखने की क्षमता को बढ़ावा मिलेगा।
  2. शिक्षकों का मूल्यांकन: शिक्षकों की प्रदर्शन क्षमता का आकलन किया जाएगा।
  3. स्कूलों की स्थिति में सुधार: स्कूलों में बुनियादी सुविधाओं को बेहतर बनाया जाएगा।
  4. अभिभावकों की भागीदारी: अभिभावकों को शिक्षा व्यवस्था में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।

भविष्य की योजनाएं

असम सरकार ने घोषणा की है कि आने वाले वर्षों में शिक्षा के क्षेत्र में और सुधार किए जाएंगे। सरकार का उद्देश्य हर बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है। इसके लिए:

  • स्कूलों में डिजिटल सुविधाओं को बढ़ावा दिया जाएगा।
  • शिक्षकों को नई तकनीकों से प्रशिक्षित किया जाएगा।
  • ग्राम पंचायत स्तर पर भी शिक्षा की गुणवत्ता का मूल्यांकन किया जाएगा।

निष्कर्ष

‘गुणोत्सव-2025’ अभियान असम के शिक्षा क्षेत्र में एक बड़ा सुधार लाने का प्रयास है। इस पहल से न केवल छात्रों की पढ़ाई में सुधार होगा बल्कि शिक्षकों और स्कूलों की प्रदर्शन क्षमता भी बेहतर होगी। यह अभियान राज्य को शैक्षिक रूप से समृद्ध बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।