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हेनेले पासपोर्ट इंडेक्स 2025: भारतीय पासपोर्ट की वैश्विक रैंकिंग और वीजा सुविधा


हेनेले पासपोर्ट इंडेक्स 2025 जारी किया गया है, और इस बार भारतीय पासपोर्ट को 85वां स्थान प्राप्त हुआ है। यह रैंकिंग किसी भी देश के पासपोर्ट की वैश्विक ताकत और वीजा-मुक्त यात्रा के आधार पर तैयार की जाती है।


भारतीय पासपोर्ट की स्थिति

  • रैंक: 85वीं स्थान पर।
  • वीजा-मुक्त यात्रा: भारतीय नागरिक 57 देशों में बिना वीजा के यात्रा कर सकते हैं। इसमें मालदीव, थाईलैंड, इंडोनेशिया, सर्बिया, मॉरीशस जैसे लोकप्रिय पर्यटन स्थल शामिल हैं।
  • वीजा ऑन अराइवल: भारतीय पासपोर्ट धारकों को लगभग 40 देशों में वीजा ऑन अराइवल की सुविधा प्राप्त है।

शीर्ष रैंकिंग वाले पासपोर्ट

हेनेले पासपोर्ट इंडेक्स के अनुसार, शीर्ष स्थान पर जापान और सिंगापुर के पासपोर्ट हैं। इन देशों के नागरिक 190 से अधिक देशों में वीजा-मुक्त यात्रा कर सकते हैं।

  1. जापान और सिंगापुर: 193 देशों में वीजा-मुक्त यात्रा।
  2. दक्षिण कोरिया और जर्मनी: 191 देशों में वीजा-मुक्त यात्रा।
  3. स्पेन और फिनलैंड: 190 देशों में वीजा-मुक्त यात्रा।

पिछले वर्षों में भारतीय पासपोर्ट का प्रदर्शन

  • 2024: भारतीय पासपोर्ट को 87वां स्थान मिला था।
  • 2023: 90वें स्थान पर था।

यह रैंकिंग पिछले कुछ वर्षों में सुधार की ओर इशारा करती है, जो भारतीय नागरिकों के लिए वीजा प्रक्रियाओं को आसान बनाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।


हेनेले पासपोर्ट इंडेक्स कैसे काम करता है?

यह इंडेक्स अंतर्राष्ट्रीय हवाई यातायात संघ (IATA) के डेटा पर आधारित है और 199 देशों के पासपोर्ट की वीजा सुविधा की ताकत का विश्लेषण करता है। इसमें तीन प्रमुख कारकों को ध्यान में रखा जाता है:

  1. वीजा-मुक्त देशों की संख्या।
  2. वीजा ऑन अराइवल की सुविधा।
  3. कुल वीजा प्रतिबंध।

भारतीय पासपोर्ट की चुनौतियां

  • कम देशों में वीजा-मुक्त पहुंच: जबकि भारतीय पासपोर्ट धारकों के लिए 57 देशों में वीजा-मुक्त यात्रा की सुविधा है, यह संख्या जापान और सिंगापुर जैसे देशों की तुलना में काफी कम है।
  • प्रमुख देशों में वीजा कठिनाइयां: अमेरिका, कनाडा, यूरोपीय संघ के देशों में भारतीय नागरिकों को यात्रा के लिए लंबी और जटिल वीजा प्रक्रिया का सामना करना पड़ता है।

भारत की रणनीति और सुधार की दिशा

सरकार वीजा समझौतों में सुधार के लिए अन्य देशों के साथ बातचीत कर रही है। पर्यटन, व्यापार, और वैश्विक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए यह एक महत्वपूर्ण पहल है।

  • द्विपक्षीय समझौते: हाल ही में भारत ने कई देशों के साथ वीजा सुविधा बढ़ाने के समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं।
  • डिजिटल पासपोर्ट: भारतीय नागरिकों के लिए डिजिटल पासपोर्ट की योजना बनाई जा रही है, जिससे अंतर्राष्ट्रीय यात्रा को और सुगम बनाया जा सके।

भारतीय नागरिकों के लिए सुझाव

  1. यात्रा योजना पहले से बनाएं: सुनिश्चित करें कि आप यात्रा से पहले आवश्यक वीजा प्रक्रियाओं को पूरा कर लें।
  2. पासपोर्ट की वैधता: पासपोर्ट की समाप्ति तिथि यात्रा से कम से कम 6 महीने आगे हो।
  3. नई वीजा सुविधाओं पर नजर रखें: सरकार द्वारा जारी नई घोषणाओं का लाभ उठाएं।

निष्कर्ष

हेनेले पासपोर्ट इंडेक्स 2025 में भारतीय पासपोर्ट ने सुधार दिखाया है, जो देश की वैश्विक स्थिति को मजबूत करने की दिशा में एक सकारात्मक संकेत है। हालांकि अभी भी सुधार की आवश्यकता है, लेकिन सरकार और नागरिकों के संयुक्त प्रयासों से आने वाले वर्षों में भारतीय पासपोर्ट की ताकत और बढ़ने की उम्मीद है।