सुप्रीम कोर्ट का अहम फैसला: JEE-एडवांस्ड के लिए छात्रों को मिली बड़ी राहत
सुप्रीम कोर्ट ने JEE-एडवांस्ड परीक्षा देने के इच्छुक छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण फैसला सुनाया है। इस फैसले से उन छात्रों को राहत मिली है जो अपने प्रयासों के बावजूद कोविड-19 महामारी और अन्य कारणों से परीक्षा में शामिल नहीं हो सके थे। अदालत ने छात्रों को एक अतिरिक्त मौका देने का निर्देश दिया है, जिससे हजारों छात्र इस प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा में फिर से हिस्सा ले सकेंगे।
क्या है सुप्रीम कोर्ट का फैसला?
सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा है कि ऐसे छात्र जो कोविड-19 या अन्य अनिवार्य कारणों से JEE-एडवांस्ड परीक्षा में शामिल नहीं हो सके, उन्हें 2025 में परीक्षा देने का अतिरिक्त मौका दिया जाएगा। अदालत ने यह भी स्पष्ट किया कि यह छूट केवल उन्हीं छात्रों को दी जाएगी जिन्होंने पिछले वर्षों में JEE-मेन परीक्षा पास की थी लेकिन एडवांस्ड परीक्षा में शामिल नहीं हो सके थे।
छात्रों को क्यों मिली राहत?
कोविड-19 महामारी के कारण कई छात्रों को JEE-एडवांस्ड परीक्षा देने का अवसर नहीं मिल पाया था। कुछ छात्रों ने स्वास्थ्य समस्याओं के चलते परीक्षा छोड़ दी थी, तो कुछ अपने परिवार की परिस्थितियों के कारण इसमें शामिल नहीं हो सके। सुप्रीम कोर्ट ने इन छात्रों की याचिका पर सुनवाई करते हुए यह राहत दी है।
अदालत ने अपने आदेश में कहा, “छात्रों की शिक्षा और उनके भविष्य को ध्यान में रखते हुए, उन्हें एक और मौका दिया जाना चाहिए। यह फैसला उन छात्रों के हित में है जिन्होंने विशेष परिस्थितियों के कारण परीक्षा में हिस्सा नहीं लिया।”
छात्रों और अभिभावकों की प्रतिक्रिया
इस फैसले के बाद छात्रों और अभिभावकों में खुशी की लहर दौड़ गई है। कई छात्रों ने सुप्रीम कोर्ट के इस निर्णय को उनके भविष्य के लिए महत्वपूर्ण बताया। एक छात्र ने कहा, “हमने अपनी मेहनत से JEE-मेन पास किया था, लेकिन महामारी के कारण एडवांस्ड परीक्षा में शामिल नहीं हो पाए। अब हमें फिर से अपना सपना पूरा करने का मौका मिला है।”
एक अभिभावक ने कहा, “यह फैसला हमारे बच्चों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। महामारी के कारण बच्चों का भविष्य अधर में लटक गया था। अब सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें एक और मौका दिया है, जिससे वे अपना सपना पूरा कर सकते हैं।”
कोचिंग संस्थानों ने भी फैसले का स्वागत किया
देश के प्रमुख कोचिंग संस्थानों ने भी सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का स्वागत किया है। कोचिंग संस्थानों का कहना है कि यह फैसला छात्रों के लिए काफी राहत भरा है और इससे परीक्षा में भाग लेने वाले योग्य छात्रों की संख्या बढ़ेगी।
एक कोचिंग संस्थान के निदेशक ने कहा, “यह फैसला छात्रों के भविष्य के लिए एक सकारात्मक कदम है। महामारी ने छात्रों की पढ़ाई और मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा असर डाला था। अब उन्हें एक और मौका मिलने से वे अपनी क्षमताओं को साबित कर पाएंगे।”
JEE-एडवांस्ड परीक्षा का महत्व
JEE-एडवांस्ड देश की सबसे प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं में से एक है। इस परीक्षा के माध्यम से छात्रों को देश के शीर्ष इंजीनियरिंग संस्थानों, खासकर भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (IITs), में दाखिला मिलता है। हर साल लाखों छात्र इस परीक्षा में शामिल होते हैं, लेकिन केवल कुछ ही छात्र इसे पास कर पाते हैं।
आने वाले दिनों में क्या होगा?
सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद JEE-एडवांस्ड परीक्षा के लिए पात्र छात्रों की सूची में बदलाव किया जाएगा। जो छात्र इस फैसले के तहत पात्र होंगे, वे अपनी पात्रता की पुष्टि करवा सकते हैं और परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।
निष्कर्ष
सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला उन छात्रों के लिए उम्मीद की नई किरण लेकर आया है जो महामारी के कारण अपनी पढ़ाई और करियर को लेकर चिंतित थे। यह कदम छात्रों के भविष्य को सुरक्षित करने और उन्हें अपने सपने पूरे करने का एक और मौका देने की दिशा में महत्वपूर्ण है। अब छात्रों को अपनी तैयारी पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और इस अवसर का अधिकतम लाभ उठाना चाहिए।