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महाकुंभ 2025: अदाणी ग्रुप बांटेगा एक करोड़ आरती संग्रह पुस्तिकाएँ


अदाणी ग्रुप ने महाकुंभ 2025 के दौरान एक करोड़ आरती संग्रह पुस्तिकाएँ वितरित करने की घोषणा की है। इस पहल का उद्देश्य भक्तों को आध्यात्मिक सामग्री प्रदान करना और भारतीय संस्कृति व धार्मिक परंपराओं को बढ़ावा देना है। महाकुंभ, जो हर 12 साल में आयोजित होता है, विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन माना जाता है।

आध्यात्मिक पहल को बढ़ावा

अदाणी ग्रुप के इस कदम को आध्यात्मिकता को बढ़ावा देने और महाकुंभ में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं को धार्मिक साहित्य प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है। यह पुस्तिकाएँ हिंदी और अन्य भाषाओं में उपलब्ध होंगी, ताकि देश के अलग-अलग हिस्सों से आने वाले श्रद्धालु इसका लाभ उठा सकें।

ग्रुप के एक प्रवक्ता ने बताया, “महाकुंभ भारतीय संस्कृति और आस्था का प्रतीक है। हम चाहते हैं कि इस पावन अवसर पर हर भक्त को आरती पुस्तिका मिले ताकि वे पूजा-अर्चना में भाग ले सकें।”

पुस्तिकाओं में क्या होगा?

इस आरती संग्रह पुस्तिका में प्रमुख हिंदू देवी-देवताओं की आरतियाँ, भजन, चालीसा और अन्य आध्यात्मिक पाठ शामिल होंगे। पुस्तिकाओं का डिज़ाइन आकर्षक और श्रद्धालुओं की ज़रूरतों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।

सामाजिक जिम्मेदारी निभाने की पहल

अदाणी ग्रुप ने इस कदम को अपनी सामाजिक जिम्मेदारी का हिस्सा बताया है। कंपनी ने कहा कि यह पहल न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। इसके जरिए श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक ज्ञान का प्रसार होगा और वे अपनी आस्था को और मजबूती से महसूस कर पाएंगे।

महाकुंभ की तैयारियाँ जोरों पर

प्रयागराज में महाकुंभ की तैयारियाँ जोरों पर हैं। राज्य सरकार और केंद्र सरकार मिलकर इस मेगा इवेंट को सफल बनाने के लिए काम कर रही हैं। करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु देश-विदेश से इस आयोजन में भाग लेने आते हैं। ऐसे में अदाणी ग्रुप की यह पहल इस धार्मिक आयोजन को और भी खास बना सकती है।

सुरक्षा और पर्यावरण का ध्यान

महाकुंभ में बड़ी संख्या में भीड़ जुटती है। ऐसे में अदाणी ग्रुप ने पुस्तिकाओं के वितरण के दौरान पर्यावरणीय पहलुओं को भी ध्यान में रखने की बात कही है। पुस्तिकाएँ रिसाइकिलेबल कागज से बनाई जाएंगी ताकि पर्यावरण पर कोई नकारात्मक प्रभाव न पड़े। इसके अलावा, पुस्तिकाओं का वितरण सुनियोजित तरीके से किया जाएगा ताकि भीड़ प्रबंधन में किसी तरह की दिक्कत न हो।

श्रद्धालुओं में उत्साह

अदाणी ग्रुप की इस पहल से श्रद्धालुओं में काफी उत्साह देखा जा रहा है। कई भक्तों का मानना है कि इस तरह की पुस्तिकाएँ उन्हें धार्मिक अनुष्ठानों को बेहतर ढंग से समझने और आत्मसात करने में मदद करेंगी।

प्रयागराज के एक स्थानीय पुजारी ने कहा, “यह एक सराहनीय पहल है। आरती पुस्तिकाएँ हर भक्त के लिए उपयोगी होंगी, विशेष रूप से उन लोगों के लिए जो पहली बार महाकुंभ में शामिल हो रहे हैं।”

निष्कर्ष

महाकुंभ 2025 के आयोजन को और अधिक सफल बनाने के लिए अदाणी ग्रुप की यह पहल स्वागत योग्य है। एक करोड़ आरती पुस्तिकाओं का वितरण न केवल आध्यात्मिकता को बढ़ावा देगा, बल्कि श्रद्धालुओं के अनुभव को भी समृद्ध करेगा। यह पहल भारतीय संस्कृति और धार्मिक परंपराओं के प्रति कंपनी की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।