मुंबई: बाबा सिद्दीकी हत्या में साजिश का पर्दाफाश, चार्जशीट में हुआ पैसों के इंतजाम का खुलासा
मुंबई, 17 जनवरी 2025: मुंबई के चर्चित बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में पुलिस द्वारा दायर की गई चार्जशीट में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। चार्जशीट में हत्या की साजिश और इसके लिए किए गए पैसों के इंतजाम की पूरी कहानी सामने आई है।
हत्या की पृष्ठभूमि
पुलिस के अनुसार, बाबा सिद्दीकी, जो एक प्रभावशाली नेता और व्यवसायी थे, की हत्या एक सुनियोजित साजिश का नतीजा थी। चार्जशीट में बताया गया है कि हत्या के लिए पेशेवर अपराधियों को बड़ी रकम दी गई थी। यह रकम साजिशकर्ताओं ने उधार और नकद लेन-देन के जरिए जुटाई थी।
पैसों का इंतजाम कैसे हुआ?
जांच में खुलासा हुआ है कि हत्या की साजिश रचने वाले मुख्य आरोपियों ने व्यापारिक साझेदारों और कुछ संदिग्ध संपर्कों के माध्यम से पैसा इकट्ठा किया। चार्जशीट के अनुसार:
- साजिशकर्ताओं ने अपने व्यक्तिगत व्यवसायों से पैसा निकाला।
- कुछ लोगों ने अपने बैंक खातों से बड़ी धनराशि नकद में निकाली।
- हवाला नेटवर्क का भी उपयोग किए जाने की संभावना है, जिसे लेकर पुलिस अब और जांच कर रही है।
पेशेवर अपराधियों की संलिप्तता
चार्जशीट में यह भी खुलासा हुआ है कि साजिशकर्ताओं ने हत्या को अंजाम देने के लिए पेशेवर शूटरों को हायर किया था। इन शूटरों को मुंबई के बाहरी इलाकों में एक गुप्त स्थान पर ठहराया गया था और घटना से कुछ दिन पहले उन्हें लक्ष्य के बारे में पूरी जानकारी दी गई।
सबूत और गवाह
पुलिस ने हत्या से जुड़े कई महत्वपूर्ण सबूत जुटाए हैं, जिनमें:
- फोन कॉल रिकॉर्ड्स
- सीसीटीवी फुटेज
- बैंक ट्रांजेक्शन डिटेल्स
इसके अलावा, मामले में कुछ गवाहों के बयान भी शामिल किए गए हैं, जिन्होंने साजिश के बारे में अहम जानकारियां दी हैं।
जांच का मौजूदा चरण
मुंबई पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “यह एक जटिल और गहरी साजिश थी। हमने चार्जशीट में सभी तथ्यों को शामिल किया है और अदालत में मजबूत मामला पेश किया जाएगा।”
पुलिस अभी भी हवाला लिंक और अन्य साजिशकर्ताओं की भूमिका की जांच कर रही है। यह माना जा रहा है कि इस हत्याकांड में और भी लोग शामिल हो सकते हैं, जिन्हें अभी गिरफ्तार किया जाना बाकी है।
सिद्दीकी परिवार की प्रतिक्रिया
सिद्दीकी परिवार ने पुलिस की जांच पर भरोसा जताया है और उम्मीद जताई है कि न्याय होगा। परिवार के एक सदस्य ने कहा, “हमें उम्मीद है कि सभी दोषियों को सख्त सजा मिलेगी। बाबा ने कभी किसी के साथ बुरा नहीं किया था।”
सामाजिक और कानूनी पहलू
इस हत्याकांड ने मुंबई में अपराध की बढ़ती घटनाओं और साजिशों में पेशेवर अपराधियों की संलिप्तता पर एक बार फिर बहस छेड़ दी है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के संगठित अपराध को रोकने के लिए कड़ी सजा और प्रभावी कानून व्यवस्था की आवश्यकता है।