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घटनाक्रम का विस्तृत संक्षेप
- प्रारंभ:
अप्रैल 8–13, 2025 के बीच मुर्शिदाबाद (जंगिपुर, सम्सेरगंज & सुत्ती इलाकों) में वक्फ (संशोधन) कानून के विरोध में शांतिपूर्ण प्रदर्शन अचानक हिंसक झड़पों में बदल गए ।
- हिंसा की भेंट चढ़े:
- कुल 3 लोग मारे गए, जिनमें एक पिता-पुत्र युगल (हरगोबिंदो दास व चंदन) शामिल थे—उन्हें उनके घर से खींचकर आक्रमण किया गया ।
- कम से कम 10–18 पुलिसकर्मी घायल, 150–300 से अधिक लोग गिरफ्तार किए गए ।
- अपने आप में व्यापक नुकसान:
प्रदर्शनकारियों द्वारा वाहनों में आग लगाना, हाईवे रोकना, रेलवे ट्रैक जाम करना, पुलिस बूथ और दुकानों पर हमला जैसे कई संगठित उपद्रव हुए । दुर्घटना से 400+ लोग विस्थापित होकर पलायन करने को मजबूर हुए ।
🛡️ कानूनी और सुरक्षा कार्रवाई
- सीएसपी गठित:
पश्चिम बंगाल पुलिस ने 9 सदस्यीय स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) गठित की—जिसमें इंटेलिजेंस, CID, CIF, ट्रैफिक पुलिस और साइबर क्राइम स्टेशन के अधिकारी शामिल हैं—to जांच के लिए ।
- सुप्रीम कोर्ट प्रतिक्रिया:
एक याचिका में SIT गठन की मांग की गई और ममता सरकार से जवाब मांगा गया । कोर्ट ने मामलों की संदिग्ध सांप्रदायिकता की समीक्षा शुरू कर दी है।
- उच्च न्यायालय का आदेश एवं रिपोर्टिंग:
कोलकाता HC ने केंद्रीय बलों (BSF/CRPF) की तैनाती आदेशित की एवं 17 अप्रैल तक स्थिति रिपोर्ट मांगी। गृह मंत्रालय को रिपोर्ट भेजी जाएगी
⚖️ जांच का हाल और कार्यवाही
- चार्जशीट दाखिल:
SIT ने 6 जून, 2025 को दोहरे हत्याकांड पर 983-पन्नों की चार्जशीट दाखिल की—जिसमें 13 आरोपियों के नाम शामिल हैं ।
- गुमशुदा मास्टरमाइंड गिरफ्तार:
हाल ही में कोर्ट-नियंत्रित SIT ने उस गिरोह के मुख्य सदस्य को गिरफ्तार किया, जिसने जाफराबाद में पिता-पुत्र की हत्या की योजनाबद्ध रचना की थी ।
- गिरफ्तारी की संख्या:
कुल गिरफ्तारी अब तक 150–300+ तक पहुँच गई हैं, स्थानीय पुलिस व केंद्रीय बल मिलकर जांच एवं सुरक्षा उपाय जारी रखे हुए हैं ।