Delhi/NCR

दिल्ली में NRC की मांग पर सियासी घमासान: CM आतिशी की चिट्ठी पर BJP का पलटवार


दिल्ली में नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स (NRC) लागू करने की मांग ने राजनीतिक माहौल गर्मा दिया है। मुख्यमंत्री आतिशी ने हाल ही में केंद्र सरकार को एक चिट्ठी लिखकर राजधानी में NRC लागू करने की जरूरत पर बल दिया। इस चिट्ठी के बाद भाजपा नेताओं ने इस मांग पर कड़ा पलटवार करते हुए इसे राजनीतिक एजेंडा करार दिया।

CM आतिशी की चिट्ठी में क्या कहा गया?

मुख्यमंत्री आतिशी ने अपनी चिट्ठी में तर्क दिया कि दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, जिससे स्थानीय निवासियों को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने लिखा, “NRC लागू करना राष्ट्रीय सुरक्षा और दिल्लीवासियों के हित में है।” चिट्ठी में उन्होंने केंद्र से इस प्रक्रिया को तेज़ी से लागू करने का अनुरोध किया।

BJP की प्रतिक्रिया

बीजेपी नेताओं ने आतिशी की चिट्ठी पर तीखा हमला बोला। उनका कहना है कि आम आदमी पार्टी (AAP) जनता का ध्यान वास्तविक मुद्दों से भटकाने के लिए NRC का मुद्दा उठा रही है। बीजेपी प्रवक्ता ने कहा, “दिल्ली सरकार अपनी विफलताओं को छुपाने के लिए ऐसे विवादित मुद्दे उठा रही है। NRC का फैसला केंद्र का अधिकार है।”

सियासी टकराव

इस मुद्दे पर दिल्ली की राजनीति में तीखी बयानबाजी शुरू हो गई है। आम आदमी पार्टी ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह अवैध नागरिकों को रोकने में नाकाम रही है। वहीं, भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा कि दिल्ली सरकार केवल राजनीतिक लाभ उठाने के लिए यह मुद्दा उठा रही है।

जनता की राय

दिल्लीवासियों में इस मुद्दे को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रिया है। कुछ लोग इसे जरूरी मानते हैं, जबकि कुछ का कहना है कि इससे सामाजिक ताना-बाना बिगड़ सकता है।

आगे की राह

यह देखना दिलचस्प होगा कि केंद्र सरकार इस मुद्दे पर क्या रुख अपनाती है और दिल्ली सरकार इसे लेकर क्या कदम उठाती है। NRC पर बढ़ती बहस न केवल दिल्ली, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर राजनीतिक विमर्श को नया आयाम दे रही है।

यह मामला दिल्ली की राजनीति में एक नई दिशा तय कर सकता है, लेकिन इसे लेकर बढ़ती बयानबाजी ने इसे और भी जटिल बना दिया है।