National

क्वाड बैठक: वाशिंगटन में जयशंकर की अहम चर्चा


भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने वाशिंगटन में ‘क्वाड’ सहयोगियों के साथ महत्वपूर्ण बैठकें कीं। इस दौरान उन्होंने ऑस्ट्रेलिया और जापान के विदेश मंत्रियों से मुलाकात की और रणनीतिक, आर्थिक और सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। यह बैठक हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति, स्थिरता और सहयोग को बढ़ावा देने के लिए बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

बैठक का उद्देश्य

‘क्वाड’ या चतुष्कोणीय सुरक्षा संवाद, जिसमें भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं, का उद्देश्य एक स्वतंत्र, खुले और समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र को सुनिश्चित करना है। जयशंकर ने इस बैठक में क्षेत्रीय सुरक्षा, आपूर्ति शृंखला और जलवायु परिवर्तन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की।

सामरिक साझेदारी पर जोर

बैठक के दौरान हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव और क्षेत्रीय स्थिरता को लेकर गहन चर्चा हुई। सदस्य देशों ने पारस्परिक सहयोग को बढ़ावा देने और आर्थिक साझेदारी को मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई।

जयशंकर ने भारत के दृष्टिकोण को स्पष्ट करते हुए कहा कि क्वाड का उद्देश्य न केवल रणनीतिक सहयोग को बढ़ावा देना है, बल्कि तकनीकी नवाचार, आपदा प्रबंधन, और स्वास्थ्य क्षेत्र में सहयोग को भी प्राथमिकता देना है।

प्रमुख विषय

  1. सुरक्षा और स्थिरता: क्षेत्रीय सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए साझा रणनीतियों पर जोर।
  2. आर्थिक सहयोग: आपूर्ति शृंखला को मजबूत बनाने और आर्थिक साझेदारी को बढ़ावा देना।
  3. जलवायु परिवर्तन: हरित ऊर्जा और पर्यावरण संरक्षण के लिए संयुक्त प्रयास।
  4. स्वास्थ्य क्षेत्र: कोविड-19 महामारी से निपटने और स्वास्थ्य सुरक्षा में सुधार के लिए सहयोग।

भविष्य की दिशा

बैठक में यह निर्णय लिया गया कि क्वाड सदस्य देश सामरिक संवाद और सहयोग को और बढ़ाएंगे। इस प्रयास का उद्देश्य हिंद-प्रशांत क्षेत्र में आर्थिक और रणनीतिक संतुलन बनाए रखना है।

निष्कर्ष

जयशंकर की यह बैठक न केवल भारत के लिए, बल्कि पूरे हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। क्वाड साझेदारी के जरिए सदस्य देश वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने और क्षेत्रीय स्थिरता सुनिश्चित करने की दिशा में काम कर रहे हैं। यह कदम न केवल वर्तमान के लिए, बल्कि आने वाले समय में वैश्विक संतुलन बनाए रखने के लिए भी महत्वपूर्ण है।