राजस्थान: मुख्यमंत्री काफिले की कार दुर्घटना में एएसआई की मौत, 9 लोग घायल
जयपुर:
राजस्थान में मुख्यमंत्री के काफिले के साथ हुए एक दुर्घटना ने गुरुवार को हड़कंप मचा दिया। इस हादसे में काफिले की एक कार के दुर्घटनाग्रस्त होने से एक एएसआई (असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर) की मौत हो गई, जबकि 9 अन्य लोग घायल हो गए। हादसा दौसा जिले के समीप एक राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुआ।
कैसे हुई घटना?
सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री का काफिला जयपुर से अलवर की ओर जा रहा था। इसी दौरान दौसा के पास काफिले की एक गाड़ी का नियंत्रण अचानक बिगड़ गया और वह सड़क किनारे खड़े एक ट्रक से जा टकराई। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।
मौके पर राहत कार्य
घटना के तुरंत बाद पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। घायल पुलिसकर्मियों को दौसा के नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जबकि गंभीर रूप से घायल एएसआई को जयपुर रेफर किया गया। हालांकि, इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।
मृतक की पहचान और परिवार का हाल
मृतक एएसआई की पहचान राजेंद्र सिंह के रूप में हुई है, जो पिछले 15 वर्षों से पुलिस सेवा में थे। उनकी मौत की खबर से परिवार में शोक की लहर दौड़ गई। राजेंद्र सिंह अपने पीछे पत्नी और दो छोटे बच्चों को छोड़ गए हैं।
मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा:
“यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। राजेंद्र सिंह जैसे समर्पित अधिकारी का खोना हमारी पुलिस सेवा के लिए बड़ी क्षति है। सरकार उनके परिवार को हरसंभव सहायता प्रदान करेगी।”
घायलों की स्थिति
घायलों में काफिले के अन्य सुरक्षाकर्मी और वाहन चालक शामिल हैं। डॉक्टरों के मुताबिक, अधिकतर घायलों की हालत अब स्थिर है। हालांकि, दो घायलों की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है।
प्रशासन की जांच और कदम
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हादसे के पीछे तेज रफ्तार और वाहन के तकनीकी खराबी की आशंका जताई जा रही है। प्रारंभिक जांच शुरू कर दी गई है, और फोरेंसिक टीम मौके से साक्ष्य जुटा रही है।
जांच के मुख्य बिंदु:
- वाहन की तकनीकी स्थिति की जांच।
- ट्रक के सड़क किनारे खड़े होने के कारणों की पड़ताल।
- दुर्घटना के समय काफिले की गति।
सुरक्षा पर सवाल
इस घटना ने वीआईपी काफिलों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि काफिले की गति और उसके साथ जुड़े सुरक्षा प्रोटोकॉल पर कड़ी नजर रखने की जरूरत है ताकि भविष्य में इस तरह के हादसों को टाला जा सके।
परिवार को मुआवजा और सहायता
राज्य सरकार ने मृतक एएसआई के परिवार को ₹50 लाख की सहायता राशि और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है। साथ ही घायलों के इलाज का पूरा खर्च भी सरकार द्वारा उठाया जाएगा।
यह दुर्घटना एक बार फिर सड़क सुरक्षा और वीआईपी काफिलों के संचालन में सावधानी बरतने की आवश्यकता की ओर इशारा करती है। मृतक एएसआई राजेंद्र सिंह के बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा।