नेपाल में मनाया गया तमु ल्होसार पर्व, गुरंग समुदाय ने धूमधाम से किया स्वागत
काठमांडू: नेपाल में तमु ल्होसार पर्व बड़े धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया गया। यह पर्व गुरंग समुदाय का प्रमुख त्योहार है, जिसे हर साल पारंपरिक नववर्ष के रूप में मनाया जाता है। इस खास मौके पर गुरंग समुदाय के लोग पारंपरिक वेशभूषा में सज-धज कर एकत्रित होते हैं और नृत्य-गीत के साथ खुशियां मनाते हैं।
तमु ल्होसार का महत्व
तमु ल्होसार पर्व को गुरंग समुदाय के लिए संस्कृति और परंपरा का प्रतीक माना जाता है। “तमु” शब्द का अर्थ है गुरंग जाति, जबकि “ल्होसार” का मतलब है नया साल। यह पर्व गुरंग समुदाय के नए साल की शुरुआत को चिह्नित करता है। इस दिन लोग अपने घरों की साफ-सफाई करते हैं, पारंपरिक पकवान बनाते हैं और मंदिरों में पूजा-अर्चना करते हैं।
कैसे मनाया गया तमु ल्होसार?
इस साल तमु ल्होसार पर्व के अवसर पर काठमांडू, पोखरा, और अन्य गुरंग बहुल इलाकों में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए। इन कार्यक्रमों में पारंपरिक नृत्य और संगीत का आयोजन किया गया, जिसमें बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक ने भाग लिया। लोग एक-दूसरे को नववर्ष की शुभकामनाएं देते हैं और अपने रिश्तेदारों व दोस्तों के साथ पर्व मनाते हैं।
पारंपरिक वेशभूषा और भोजन
तमु ल्होसार के अवसर पर लोग पारंपरिक वेशभूषा पहनते हैं। महिलाएं गुन्शो (एक प्रकार की पारंपरिक पोशाक) पहनती हैं, जबकि पुरुष भांगरा और टोपी पहनते हैं। इसके अलावा, इस पर्व पर खसी का मांस, सेल रोटी, और जौ की बीयर जैसे पारंपरिक व्यंजन तैयार किए जाते हैं।
पर्व के धार्मिक और सांस्कृतिक पहलू
तमु ल्होसार पर्व का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व भी है। इस दिन गुरंग समुदाय के लोग अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए पूजा-पाठ करते हैं और धर्मगुरुओं का आशीर्वाद लेते हैं। यह पर्व सामाजिक एकता और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने का एक महत्वपूर्ण अवसर माना जाता है।
सरकार की पहल
नेपाल सरकार ने भी तमु ल्होसार पर्व को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं। इस दिन को राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया गया है, ताकि सभी समुदाय के लोग इस पर्व को पूरे उत्साह के साथ मना सकें। सरकार ने गुरंग समुदाय की संस्कृति और परंपराओं को संरक्षित करने के लिए कई योजनाओं की घोषणा की है।
नेपाल के बाहर भी मनाया गया पर्व
तमु ल्होसार पर्व न केवल नेपाल में बल्कि भारत, भूटान, और अमेरिका जैसे देशों में भी रहने वाले गुरंग समुदाय के लोगों ने धूमधाम से मनाया। विदेशों में रहने वाले गुरंग समुदाय के लोग अपनी परंपराओं को जीवित रखने के लिए इस पर्व को हर साल हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं।
पर्व से जुड़ी खास बातें
- तमु ल्होसार पर्व की शुरुआत प्राचीन काल में हुई थी।
- यह पर्व तीन दिन तक मनाया जाता है।
- पर्व के दौरान लोक गीत और लोक नृत्य का विशेष महत्व होता है।
- इस दिन लोग अपने रिश्तेदारों और दोस्तों को उपहार भी देते हैं।
उत्सव का संदेश
तमु ल्होसार पर्व सांस्कृतिक एकता, प्रेम, और भाईचारे का संदेश देता है। यह पर्व गुरंग समुदाय को अपनी संस्कृति और परंपराओं को सहेजने और अगली पीढ़ियों को हस्तांतरित करने का अवसर प्रदान करता है। पर्व के दौरान लोग प्रकृति के प्रति आभार व्यक्त करते हैं और समृद्धि और खुशहाली की कामना करते हैं।
निष्कर्ष
तमु ल्होसार पर्व नेपाल के गुरंग समुदाय के लिए न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह सामाजिक एकता और सांस्कृतिक संरक्षण का भी प्रतीक है। यह पर्व लोगों को अपनी जड़ों से जुड़े रहने और समुदाय के विकास के लिए प्रेरित करता है।