उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में अगले दो दिन आंधी‑तूफान, बारिश और बिजली गिरने की संभावना
🔸 मौसम विभाग की चेतावनी
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 12 और 13 मई 2025 को उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के कई हिस्सों—खासतौर से जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तर-पूर्वी राजस्थान, मध्य भारत (मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, विदर्भ) में गरज‑चमक के साथ बारिश, बिजली गिरने, और 40–60 किमी/घंटा तक की तेज हवाओं की चेतावनी जारी की है ।
कुल मिलाकर, यह क्षेत्र के लिए “Yellow Alert” वर्ग की चेतावनी है, जिसमें होशिएारी के साथ हल्के से मध्यम स्तर की अप्रिय मौसम की स्थिति बनने की संभावना होती है ।
🔹 प्रभावित क्षेत्र और कारण
- जम्मू-कश्मीर और हिमाचल: पश्चिमी विक्षोभ के कारण इन इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ बिजली गिर सकती है; साथ ही ओलावृष्टि की संभावना भी बनी हुई है ।
- उत्तर-पश्चिमी मैदान (पंजाब, हरियाणा, उत्तर-पूर्वी राजस्थान, चंडीगढ़): अगले दो दिन तेज हवाओं के साथ गरज एवं बिजली गिरने की आशंका है; कुछ स्थानों पर तेज बारिश भी हो सकती है ।
- मध्य भारत (मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, विदर्भ): बारिश, आंधी और बिजली गिरने की गतिविधियाँ जारी रहेंगी, जिसमें हवाओं की गति 50–60 किमी/घंटा तक जा सकती है ।
- पूर्वी और उत्तर-पूर्वी भारत: बिहार, झारखंड, और पूर्वोत्तर क्षेत्र में अगले सप्ताह तक तेज उष्णकटिबंधीय परिस्थितियों के बीच भारी बारिश और बिजली गिरने की आशंका बनी रहेगी ।
क्यों इस ओर मौसम चल रहा है?
- एक पश्चिमी विक्षोभ रक्तविज्ञान जम्मू-कश्मीर से मध्य भारत तक विस्तारित है, जिसके कारण आंधी, बारिश और बिजली गिरने की गतिविधियाँ सक्रिय हैं ।
- मई में मानसून की पूर्वभूमिका के रूप में होने वाली पूर्व-मॉनसून बारिश भी इस प्राकृतिक घटना को तेज कर रही है।
🔔 सावधानियाँ और सुझाव
- गाड़ियों का संचालन: तेज हवाओं और बारिश के दौरान धीमी गति से वाहन चलाएँ, और तेज बारिश में हाईवे पर उतरने से बचें।
- बिजली गिरने की स्थिति: खुले मैदानों में न रहें, ऊँचे पेड़ों, बिजली के खंभों और लोहे की संरचनाओं से दूर रहें।
- कृषि क्षेत्र: बागवानी, आलू-फसल आदि में सम्भावित नुकसान से बचाव के लिए शीघ्र लंबी चीज़ तक पानी निकाल दें तथा समर्थन तैयार रखें।
- भूमिगत जल प्रवाह: चंबा-सेरी क्षेत्र के रास्ते जैसे संभावित मलबा प्रवाह वाले क्षेत्रों में अत्यधिक सावधानी बरतें; हाल ही में इमरजेंसी बंदी लागू हुई थी ।
📝 संक्षेप
क्षेत्र | मौसम स्थिति (12–13 मई) | हवाओं की गति |
---|---|---|
उत्तरी पहाड़ी क्षेत्र (ज.क., हिमाचल) | गरज‑चमक, हल्की से मध्यम बारिश, ओलावृष्टि संभावित | 30–60 किमी/घंटा |
उत्तरी मैदान (पंजाब, हरियाणा आदि) | आंधी, बिजली गिरने और तेज बारिश | 40–60 किमी/घंटा |
मध्य क्षेत्र (म.प्र., छ.गढ़ आदि) | भारी बारिश, आंधी‑तूफान | 50–60 किमी/घंटा |
निष्कर्ष
12–13 मई 2025 के दौरान मौसम अत्यधिक परिवर्तनशील और कई स्थानों पर खतरनाक हो सकता है। प्रशासन को चाहिए कि उपयुक्त चेतावनी जारी करें और नागरिकों को सुरक्षा उपाय अपनाने हेतु प्रतिक्रियाशील बनाएं।