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UP PCS-RO/ARO परीक्षा में पुलिस की कार्रवाई


उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) की पीसीएस और समीक्षा अधिकारी (RO)/सहायक समीक्षा अधिकारी (ARO) भर्ती परीक्षाओं को लेकर हाल ही में हुए विरोध प्रदर्शनों के दौरान, पुलिस ने भ्रामक सूचनाएं फैलाने के आरोप में चार टेलीग्राम चैनलों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।

प्रदर्शन का कारण:

अभ्यर्थी आयोग द्वारा परीक्षाओं को दो अलग-अलग दिनों में आयोजित करने के फैसले का विरोध कर रहे थे। उनकी मांग थी कि परीक्षाएं एक ही दिन में आयोजित की जाएं और नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया को हटाया जाए। इस विरोध के चलते प्रयागराज में आयोग के कार्यालय के बाहर पांच दिनों तक प्रदर्शन हुआ।

पुलिस की कार्रवाई:

प्रदर्शन के दौरान, पुलिस ने पाया कि कुछ टेलीग्राम चैनलों के माध्यम से भ्रामक सूचनाएं प्रसारित की जा रही थीं, जिनका उद्देश्य छात्रों को भड़काना और कानून व्यवस्था को बिगाड़ना था। इन चैनलों में ‘पीसीएम अभ्यास’, ‘जनरल स्टडीज एडुशाला’, ‘मेक आईएएस’ और ‘पीसीएस मंथन’ शामिल हैं। सिविल लाइंस थाने में इन चैनलों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 318(4) (धोखाधड़ी) और आईटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।

आयोग की प्रतिक्रिया:

अभ्यर्थियों की मांगों को ध्यान में रखते हुए, UPPSC ने समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी परीक्षा को स्थगित कर दिया है और घोषणा की है कि पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा-2024 22 दिसंबर को दो पालियों में आयोजित की जाएगी। इसके अलावा, आयोग ने आरओ-एआरओ परीक्षा की पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए एक समिति के गठन की भी घोषणा की है।

निष्कर्ष:

इस घटनाक्रम से स्पष्ट है कि परीक्षा प्रक्रियाओं में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए आयोग और प्रशासन सक्रिय कदम उठा रहे हैं। अभ्यर्थियों को सलाह दी जाती है कि वे केवल आधिकारिक सूचनाओं पर विश्वास करें और भ्रामक सूचनाओं से बचें।