सऊदी अरब में राजनीतिक हलचल
हाल के दिनों में सऊदी अरब में राजनीतिक गतिविधियों में उल्लेखनीय परिवर्तन देखे गए हैं। क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के नेतृत्व में देश में व्यापक आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक सुधारों की पहल की गई है।
आर्थिक सुधार और निवेश: सऊदी अरब ने अपनी अर्थव्यवस्था को तेल-निर्भरता से विविधता की ओर ले जाने के लिए ‘विजन 2030’ योजना की शुरुआत की है। इसके तहत, देश में पर्यटन, मनोरंजन और प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर निवेश किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त, सऊदी अरब ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी निवेश बढ़ाया है, जिसमें खेल, मनोरंजन और प्रौद्योगिकी कंपनियों में हिस्सेदारी शामिल है।
राजनीतिक सुधार: क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने सत्ता में आने के बाद कई राजनीतिक सुधारों की घोषणा की है। इनमें महिलाओं को ड्राइविंग की अनुमति, सिनेमा हॉल का पुनः उद्घाटन और धार्मिक पुलिस की शक्तियों में कटौती शामिल हैं। हालांकि, इन सुधारों के साथ-साथ सरकार ने असहमति के स्वर को दबाने के लिए कठोर कदम भी उठाए हैं, जिससे मानवाधिकार संगठनों ने चिंता व्यक्त की है।
अंतर्राष्ट्रीय संबंध: सऊदी अरब ने हाल ही में कतर के साथ अपने संबंधों में सुधार किया है। तीन साल के बहिष्कार के बाद, दोनों देशों ने अपने संबंधों को पुनः स्थापित किया है, जिससे क्षेत्रीय स्थिरता में वृद्धि हुई है।
यमन युद्ध से वापसी: सऊदी अरब ने यमन में चल रहे महंगे और लंबे युद्ध से बाहर निकलने की तैयारी शुरू की है। इस कदम का उद्देश्य आर्थिक बोझ को कम करना और क्षेत्रीय स्थिरता को बढ़ावा देना है।
इन सभी घटनाक्रमों से स्पष्ट होता है कि सऊदी अरब में वर्तमान में राजनीतिक और आर्थिक स्तर पर महत्वपूर्ण परिवर्तन हो रहे हैं, जो देश के भविष्य को नई दिशा देने की क्षमता रखते हैं।