Crime

IAS-IPS के नाम पर ठगी


बिहार में साइबर अपराधियों द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के नाम से फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर ठगी की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। हाल ही में, सारण जिले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) कुमार आशीष के नाम से एक फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाया गया, जिसके माध्यम से लोगों से पैसे की मांग की गई। इस मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए हरियाणा के मेवात जिले से आरोपी जाकिर को गिरफ्तार किया है।

गिरफ्तार आरोपी जाकिर, मेवात जिले के फिरोजपुर झिरका थाना क्षेत्र के महू गांव का निवासी है। उसने एसपी कुमार आशीष के नाम से फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर उनके मित्रों और परिचितों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी और विभिन्न बहानों से पैसे की मांग की। साइबर सेल की टीम ने चार दिनों तक मेवात में सर्च अभियान चलाकर उसे गिरफ्तार किया।

यह पहली घटना नहीं है; बिहार में कई वरिष्ठ अधिकारियों के नाम से फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट बनाकर ठगी के प्रयास किए जा चुके हैं। पूर्व डीजीपी अभयानंद, गोपालगंज के डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी, निगरानी के डीजी आलोक राज, बेतिया रेंज के डीआईजी जयंतकांत, नवादा के एसपी अंबरीश राहुल और रिटायर्ड आईजी ललन मोहन प्रसाद के नाम से भी फर्जी अकाउंट बनाकर उनके परिचितों से पैसे मांगे गए हैं।

इन घटनाओं से स्पष्ट होता है कि साइबर अपराधी आम लोगों के साथ-साथ वरिष्ठ अधिकारियों के नाम का दुरुपयोग कर ठगी कर रहे हैं। पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे ऐसे फर्जी अकाउंट से सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत संबंधित अधिकारियों को दें। साथ ही, सोशल मीडिया पर किसी भी अनजान या संदिग्ध अकाउंट से प्राप्त संदेशों पर विश्वास न करें और बिना पुष्टि के किसी को पैसे न भेजें।